Smart Meter: स्मार्ट लगाने लगने के बाद बढ़ गई उपभोक्ताओं की समस्याएं! ये पांच केस कर देंगे हैरान
उपभोक्ताओं के घर में लगे बिजली मीटर बदलवाकर नए स्मार्ट मीटर लगवाए जा रहे हैं। स्मार्ट मीटर लगाने का काम पोलरिस स्मार्ट मीटर कंपनी को दिया गया है। विभागीय अधिकारियों का दावा है कि स्मार्ट मीटर लगने से उपभोक्ताओं को बिल संबंधी सभी समस्याओं से निजात मिल जाएगी, लेकिन समस्याएं कम होने के बजाए और बढ़ गई।

जागरण संवाददाता, रायबरेली। उपभोक्ताओं के घर में लगे बिजली मीटर बदलवाकर नए स्मार्ट मीटर लगवाए जा रहे हैं। स्मार्ट मीटर लगाने का काम पोलरिस स्मार्ट मीटर कंपनी को दिया गया है। विभागीय अधिकारियों का दावा है कि स्मार्ट मीटर लगने से उपभोक्ताओं को बिल संबंधी सभी समस्याओं से निजात मिल जाएगी, लेकिन समस्याएं कम होने के बजाए और बढ़ गई। कार्यदायी संस्था की मनमानी के कारण उपभोक्ता परेशान हैं। मीटर लगने के 10 माह बीत गए, लेकिन अभी तक बिल नहीं बन सका।
केस एक :
जेल गार्डेन रोड निवासी सर्वदा नंद पांडेय ने बताया कि उनके घर में एक जनवरी को स्मार्ट मीटर लगाया गया। पहले तो दो माह तक बिल का इंतजार किया। इसके बाद गोरा बाजार स्थित बिजली कार्यालय में शिकायत की तो बताया गया कि मीटर चढ़ा है आप एसडीओ से मिल लीजिए। तब से लेकर अब तक कई बार शिकायत की गई, लेकिन अब तक बिल नहीं मिल सका है।
केस दो :
इंदिरा नगर रोड निवासी मोहम्मद रिजवान ने बताया कि उनकी दुकान का मीटर जनवरी में बदला गया था। पहले तो चार माह बिल आया, लेकिन उसके बाद पुराने मीटर की रिपोर्ट लगाने के लिए उन्हें गोरा बाजार स्थित कार्यालय बुलाया गया। उसके बाद से एक भी बार उनका बिजली बिल नहीं बना है। जिसको लेकर कई शिकायतें भी की जा चुकी हैं, लेकिन समाधान नहीं हो सका है।
केस तीन :
जेल गार्डेन रोड निवासी कमलेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जनवरी के आखिरी सप्ताह में मुहल्ले में चार-पांच लोगों के बिजली मीटर बदले गए थे, लेकिन अब तक किसी का बिल नहीं मिल सका है। इसको लेकर कई बार बिजली कार्यालयों में शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
केस चार :
कानपुर रोड निवासी प्रेम सागर ने बताया कि जून में मीटर बदला गया था। पहले तो दो माह तक बिल का मैसेज आया, उसके बाद से मैसेज आना बंद हो गया। अब तो मीटर प्रीपेड भी कर दिया गया है। ऐसे में काफी समस्या हो रही है, लेकिन इसके बाद भी समाधान नहीं हो पा रहा है।
केस पांच :
राना नगर निवासी नीतू ने बताया कि 15 जून को घर में स्मार्ट मीटर लगाया गया। दो माह बाद बिल मिलना बंद हो गया। बिल के लिए सुपर मार्केट से लेकर गोरा बाजार स्थित बिजली कार्यालयों के कई चक्कर लगाए, लेकिन अफसर समस्या ही नहीं सुनते तो समाधान कैसे हो।
स्मार्ट मीटरों के बिजली बिल न बनने को लेकर कई शिकायतें मिली हैं। जिसको लेकर कार्यदायी संस्था को सख्ती से निर्देशित किया गया है कि एक सप्ताह में सभी उपभोक्ताओं की बिल न बनने संबंधी समस्याओं का निस्तारण कराया जाए।- रामकुमार, मुख्य अभियंता बिजली विभाग

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