लखनऊ, दिल्ली जाने से निजात, एम्स में इमरजेंसी इलाज
राही : रोगी के गंभीर होने की दशा में स्वजनों का परेशान होना स्वाभाविक है। इलाज में किसी तरह की कमी न रहे, इसके लिए लखनऊ, दिल्ली जैसे महानगरों में भी जाने से नहीं हिचकते थे। जिले में एम्स की स्थापना हुई तो बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के मिलने की उम्मीद जगी। इसका अब सुखद परिणाम भी सामने आने लगा है। पहले ओपीडी, अब इमरजेंसी सेवाएं शुरू हो गईं। इससे रायबरेली समेत आसपास के जिलों के रोगियों का भी इमरजेंसी में यहां इलाज होने लगा है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की ओर से दिनोंदिन मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। बीते सोमवार को एम्स प्रशासन ने इमरजेंसी की सेवाओं को प्रारंभ कर दिया। इसके साथ ही हार्ट अटैक, लकवा जैसे जटिल रोगों का इलाज भी शुरू हो चुका है। इमरजेंसी में रेफर रोगी को ही लिया जाएगा। पहले गंभीर रोगियों को अमूमन लखनऊ या फिर और हालत गंभीर होने पर दिल्ली का रुख करना पड़ता था। कई बार देरी के कारण जान तक चली जाती थी। अब ऐसा नहीं होगा। इमरजेंसी में रोगियों को बेहतर इलाज मिलने लगा है। 20 विभागों में इलाज की सुविधा: वर्तमान में 20 विभागों में विशेषज्ञ चिकित्सकों के माध्यम से इलाज की सुविधा रोगियों को मिल रही है। इसमें जनरल मेडिसिन, दंत रोग, हड्डी रोग, नेत्ररोग, बाल रोग, कार्डियोलाजी, न्यूरो सर्जरी आदि शामिल है। जल्द ही कई अन्य विभाग भी बढ़ने की संभावना है। हर दिन एक से डेढ़ हजार पहुंच रहे रोगी: एम्स में सुविधाएं बढ़ीं तो असर रोगियों की संख्या पर भी पड़ने लगा। प्रारंभिक दौर में चार सौ से पांच सौ रोगी आने शुरू हुए। इसके बाद से यह संख्या बढ़कर एक से डेढ़ हजार तक पहुंच गई। इमरजेंसी के बाद अगला फोकस ब्लड बैंक और लेबर रूम संचालित करने का है। डा. सुयस सिंह का कहना है कि ब्लड बैंक लाइसेंस की प्रक्रिया चल रही है। इसके मिलते ही लेबर रूम की स्थापना की जाएगी। वर्तमान में एम्स में मरीजों की रोजाना तादाद डेढ़ हजार के पार हो रही है। इमरजेंसी में भर्ती हुए छह मरीज: बीते सोमवार को निदेशक प्रोफेसर अरविंद कुमार राजवंशी ने एम्स में आकस्मिक सेवा का शुभारंभ किया। इसके बाद से अब तक छह मरीजों को इमरजेंसी में भर्ती किया जा चुका है। इमरजेंसी इंचार्ज डा. शनि अग्रवाल ने बताया कि एम्स रायबरेली की आकस्मिक सेवा में रायबरेली के अलावा आसपास के जनपदों के रेफर रोगियों को भर्ती किया जाता है।
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