यूपी का ये रेलवे स्टेशन होगा हाईटेक, टिकट बुकिंग का तरीका भी बदला; अब सबसे पहले करना होगा ये जरूरी काम
रायबरेली रेलवे स्टेशन को हाईटेक किया जा रहा है जहाँ फेशियल रिकग्निशन सिस्टम लगाया जाएगा। टिकट बुकिंग के समय यात्रियों को अपनी फोटो अपलोड करनी होगी जिससे स्टेशन पर लगे कैमरे उनके चेहरे से पहचान कर सकेंगे। इस सिस्टम का उद्देश्य स्टेशन परिसर में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखना और अपराधों को रोकना है। रेलवे ने यात्रियों के डेटा की सुरक्षा का आश्वासन दिया है।
जागरण संवाददाता, रायबरेली। सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए रेलवे स्टेशन को अब हाईटेक बनाया जा रहा है। जल्द ही यहां फेशियल रिकग्निशन सिस्टम लगाए जाने की तैयारी चल रही है।
इस तकनीक के माध्यम से स्टेशन परिसर में यात्रियों की पहचान अब उनके चेहरे से की जाएगी। इसके लिए टिकट बुकिंग के समय यात्रियों को अपनी फोटो अपलोड करनी होगी, जो सीधे स्टेशन पर लगे कैमरों से लिंक की जाएगी।
इस सिस्टम का उद्देश्य स्टेशन परिसर में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखना और अपराधों को रोकना है। चेहरा पहचानने वाले कैमरे प्लेटफॉर्म, प्रवेश द्वार और टिकट काउंटर जैसे प्रमुख स्थानों पर लगाए जाएंगे। जैसे ही कोई यात्री स्टेशन में प्रवेश करेगा, कैमरा उस व्यक्ति के चेहरे को स्कैन करेगा और उसे पहले से दर्ज डाटाबेस से मिलाकर पहचान करेगा।
अगर किसी यात्री का चेहरा किसी आपराधिक रिकॉर्ड या वांछित सूची में पाया जाता है, तो तुरंत अलर्ट संबंधित सुरक्षा एजेंसियों को भेजा जाएगा। इस तकनीक से मानव संसाधनों पर निर्भरता कम होगी और सुरक्षा तंत्र ज्यादा प्रभावी बनेगा।हालांकि, इस नई व्यवस्था को लेकर यात्रियों में उत्साह के साथ-साथ थोड़ी चिंता भी देखने को मिलेगी।
कुछ यात्रियों का कहना है कि यह सिस्टम भले ही सुरक्षा के लिहाज से बेहतर हो, लेकिन इसमें निजता का ध्यान रखना भी जरूरी है। रेलवे ने इस पर स्पष्ट किया है कि यात्रियों का डाटा पूरी तरह सुरक्षित रहेगा और किसी भी निजी जानकारी का दुरुपयोग नहीं किया जाएगा।
मंडल रेल प्रबंधक सुनील कुमार वर्मा का कहना है कि यह तकनीक शुरुआत में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर रायबरेली, प्रयागराज, वाराणसी और लखनऊ जैसे चुनिंदा स्टेशनों पर लागू की जा रही है। यदि यह प्रयोग सफल रहता है तो भविष्य में इसे सभी प्रमुख स्टेशनों पर लागू किया जाएगा ।
फेशियल रिकग्निशन सिस्टम के साथ-साथ स्टेशन पर आधुनिक सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे जो 360 डिग्री तक घूम सकते हैं और रात में भी साफ तस्वीर ले सकते हैं। इससे किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तत्काल कार्रवाई संभव हो सकेगी।
इसके लगने के बाद बिना टिकट या बिना पहचान पत्र के बिना भी प्रवेश मिलेगा। जिन्होने बताया कि यात्रियों को रेलवे के पोर्ट्ल पर अपना चेहरा और पहचान संबंधी जानकारी टिकट बुकिंग में लिंक करते ही कैमरे के माध्यम से जीआरपी को पता चलेगा।जिससे जीआरपी के पास संदिग्ध व अपराधिक चरित्र के व्यक्तियों का डेटा होने पर संदिग्ध व्यक्ति स्टेशन पर पहुंचने पर जीआरपी तुरंत अलर्ट हो जाएगा।
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