Nautapa 2025: सावधान! अस्पतालों में बढ़ गई है मरीजों की संख्या, दर्द व उल्टी-दस्त की शिकायत
रायबरेली में बदलते मौसम के कारण लोग बुखार शरीर दर्द और उल्टी-दस्त से परेशान हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। उमस और धूल भरी गर्मी से लोग बेहाल हैं। डॉक्टरों ने ठंडी चीजें खाने पर्याप्त पानी पीने और हल्के कपड़े पहनने की सलाह दी है। नौतपा के कारण गर्मी और बढ़ने की आशंका है।

संवादसूत्र, ऊंचाहार (रायबरेली)। इन दिनों पल-पल मौसम बदल रहा है। गुरुवार को बरसात के बाद अब शुक्रवार को भी उमस भरी गर्मी रही। गर्मी व उमस होने से लोग बुखार, शरीर में दर्द, उल्टी दस्त व उलझन के शिकार हो रहे हैं। मौसम बदलाव के बीच अस्पतालों में ऐसे मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
शुक्रवार को सुबह से कई बार धूप, कभी तेज तो कभी मंद रही। बरसात के बाद सड़कों पर चिपकी मिट्टी गुब्बार बनकर उड़ने लगी। इस वजह से लोगों को आवागमन में परेशानी होती रही। चार पहिया वाहनों के पीछे चलने वाले दो पहिया वाहन चालकों की आंखों व सांस में धूल भरती रही।
उसी में चिपचिपी गर्मी होने से लोगों के शरीर पर दाने, चकत्ते आने लगे हैं। ऐसे में तेज धूप निकलने से बीमारियां बढ़ रही हैं। अस्पतालों में भारी संख्या में मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं। गुलरिहा निवासी आचार्य पंडित रमापति पांडेय ने बताया कि नौतपा की शुरुआत हो गई है।
अभी गर्मी और सताएगी। तेज धूप शरीर को झुलसाने के साथ बीमारियां बढ़ाएंगी। सीएचसी में सुबह से ही मरीजों की भीड़ रही। सुबह 11 बजे तक सीएचसी की ओपीडी में डा सुदेश ने 152 मरीजों का उपचार कर चुके थे।
चिकित्सक ने बताया कि अधिकांश मरीज बुखार, शरीर में दर्द, उलझन, चिड़चिड़ेपन व एसिडिटी की समस्या से परेशान थे। इसमें हर आयु वर्ग के लोग थे। वहीं ओपीडी की कक्ष संख्या आठ में भी मरीजों की भीड़ लगी रही।
आपातकालीन सेवाओं में अकोढ़िया निवासी विकास, पूरे भवानी निवासी सुनील कुमार, बरगदही निवासी बृजेश सिंह, कस्बा के दर्जी मुहल्ला निवासी इस्लामुन व जरीफाबाद निवासी सुनीता उल्टी दस्त से परेशान थीं। सीएचसी अधीक्षक डा. मनोज शुक्ल ने बताया कि इन दिनों उमस से बचना जरूरी है।
साथ ही ठंडी तासीर वाली चीजें खाएं, जैसे खीरा, तरबूज, दही और ठंडे पेय पदार्थ, खाद्य पदार्थ शरीर को ठंडा करने में मदद करते हैं। पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, इससे शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद मिलती है। साथ ही उमस से होने वाली बेचैनी भी कम हो जाती है। हल्के रंग के ढीले कपड़े पहनने के साथ ही ताजा भोजन करें। ठंडे पानी से स्नान करने में शरीर का तापमान कम होता है और तरोताजा महसूस होता है।
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