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    Indian Railway का सराहनीय कदम, चलती ट्रेन में ही दूर होंगी यात्रियों की शिकायतें; करना होगा ये काम

    Indian Railway | Railway News | Train News | रेलवे ने यात्री सुविधा के लिए बड़ा कदम उठाया है। यात्रा में समस्याओं का समाधान तुरंत होगा। सफाई तकनीकी स्टाफ के लिए सीटें आरक्षित की गई हैं। एसी कोच अटेंडेंट को थर्ड एसी और स्लीपर में बर्थ मिलेंगी। ओबीएचएस स्टाफ को रियायती दर पर भोजन मिलेगा। बर्थ का दुरुपयोग करने पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा।

    By Jagran News Edited By: Sakshi Gupta Updated: Mon, 25 Aug 2025 03:35 PM (IST)
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    अब चलती ट्रेन में ही होगी यात्रियों की समस्याओं का समाधान।

    जागरण संवाददाता, रायबरेली। रेलवे ने यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा और सराहनीय कदम उठाया है। अब ट्रेन में यात्रा के दौरान आने वाली समस्याओं का समाधान तुरंत और वहीं किया जाएगा।

    इसके लिए रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल रेलवे के रेल मंडल प्रबंधक को स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं। अब ट्रेनों में सफाई, तकनीकी और सेवा संबंधी कार्यों के लिए तैनात कर्मचारियों को बैठने के लिए निर्धारित सीटें आवंटित की जाएंगी, जिससे वे यात्रियों की समस्याओं का तुरंत समाधान कर सकें।

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    इस व्यवस्था के अंतर्गत एसी कोच अटेंडेंट और इलेक्ट्रिकल स्टाफ को थर्ड एसी और स्लीपर श्रेणी में 2-2 बर्थ दी जाएंगी। वहीं ऑन-बोर्ड हाउसकीपिंग स्टाफ (ओबीएचएस) को थर्ड एसी अथवा एसी-नॉन एसी चेयर कार में 4 बर्थ मिलेंगी, जो दो अलग-अलग कोच में होंगी।

    इसका उद्देश्य यह है कि कर्मचारी यात्रा के दौरान हर समय उपलब्ध रहें और यात्री उन्हें आसानी से संपर्क कर सकें। रेलवे बोर्ड ने निर्देश दिया है कि इन कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन दर के अनुसार भुगतान किया जाएगा, जिसमें कॉन्ट्रैक्चुअल स्टाफ को प्रति घंटे के हिसाब से वेतन मिलेगा।

    साथ ही, ऑन-बोर्ड हाउसकीपिंग स्टाफ को यात्रा के दौरान ट्रेन में ही रियायती दर पर भोजन भी उपलब्ध कराया जाएगा। रेलवे द्वारा यह भी सख्त चेतावनी दी गई है कि स्टाफ को दी गई बर्थ का किसी भी प्रकार से दुरुपयोग नहीं होना चाहिए।

    यदि कोई कर्मचारी या संबंधित एजेंसी इन बर्थों को बेचते हुए पकड़ी जाती है, तो पहली बार 10,000 रुपये, दूसरी बार 20,000 रुपये और तीसरी बार से हर बार 50,000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जाएगा।

    मंडल रेल प्रबंधक सुनील कुमार वर्मा का कहना है कि इससे यात्रियों को न केवल बेहतर सेवा मिलेगी, बल्कि सफर के दौरान समस्याओं का समाधान भी तत्काल हो सकेगा। रेलवे की इस नई व्यवस्था से उम्मीद की जा रही है कि यात्री सुविधाजनक व सुरक्षित महसूस करेंगे।