यूपी के युवाओं को जर्मनी-जापान जैसे देशों में मिलेगी नौकरी, भाषाई ट्रेनिंग भी दी जाएगी; सरकार का बड़ा कदम
रायबरेली के युवाओं के लिए खुशखबरी है। अब इजरायल जर्मनी और जापान में नौकरी पाना होगा आसान। रोजगार मिशन के तहत युवाओं को मिलेगा प्रशिक्षण और निगरानी जिससे भाषाई बाधा दूर होगी। पहले इजरायल जाने के लिए 18 श्रमिकों का चयन भी हुआ था। युवाओं को विदेश में रोजगार के नाम पर होने वाली ठगी से भी बचाया जा सकेगा।

जागरण संवाददाता, रायबरेली। निर्माण श्रमिक हो या अन्य तकनीकी काम के लिए इजरायल, जर्मनी, जापान से भी अच्छे पैकेज पर नौकरी के आफर आते रहे हैं। युवा इच्छुक भी रहते थे, लेकिन भाषाई बाधा के कारण दिक्कतें आती थी।
अब इन युवाओं को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा और इनकी निगरानी भी की जाएगी। इसके लिए जिले स्तर पर रोजगार मिशन के तहत कमेटी का गठन हो गया है। अब शासन से गाइड लाइन आने का इंतजार है। बेसिक प्रशिक्षण हासिल करने के बाद युवा इजरायल के साथ ही जर्मनी और जापान भी रोजगार के लिए जा सकेंगे।
विदेशों में निर्माण श्रमिक समेत तकनीकी कार्यों के लिए युवाओं को नौकरी का अाफर दिया जाता था। अभी तक इन युवाओं की भर्ती अधिकतर संबंधित देश की किसी एजेंसी के जरिए किया जाता था।
एजेंसी युवाओं का साक्षात्कार लेकर चयन करती थी। अभी तक इजरायल जाने के लिए निर्माण श्रमिक तैयार रहते थे। कारण यह था कि इजरायल में काम करने के लिए निर्माण श्रमिकों को टूटी फूटी अंग्रेजी सीखने से भी काम चल जाता था, लेकिन जर्मनी और जापान में काम करने के लिए वहां की स्थानीय भाषा का ज्ञान जरूरी था।
ऐसे में श्रमिक हो या फिर तकनीकी शिक्षा हासिल किए हुए युवा, वह इन देशों में जाने में कोई रुचि नहीं रखते थे। इसके साथ ही कई बार युवा विदेश भेजने के नाम पर ठगी का शिकार हो जाते थे।
अब रोजगार मिशन के तहत सभी जिलों में कमेटी गठित की गई है। अब विदेश भेजने से पहले युवाओं को संबंधित देश के अनुसार जरूरत के अनुसार बेसिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावां विदेश जाने वाले युवाओं की निगरानी भी की जाएगी।
इजरायल जाने के लिए 18 निर्माण श्रमिकों का हुआ था चयन
जनवरी माह में इजरायल जाने के लिए आवेदन मांगे गए थे। कई लोगों ने आवेदन किया था। इजरायल की एजेंसी पीबा ने साक्षात्कार लेकर 18 निर्माण श्रमिकों का चयन किया था। शटरिंग, टाइल्स आदि के काम के लिए इन्हें प्रतिमाल डेढ़ लाख रुपये मिलने थे।
इसके साथ ही ओवर टाइम का पैसा अलग से मिलता है। इनका रजिस्ट्रेशन रोजगार संगम पोर्टल पर हो गया था, लेकिन इजरायल में युद्ध के कारण इन्हें अभी भेजा गया नहीं है। अब वहां हालात स्थिर होने का इंतजार हो रहा है।
रोजगार मिशन के तहत 22 सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। शासन के निर्देश पर आगे की प्रक्रिया शुरू कराई जाएगी। इसमें इजरायल जाने के लिए 18 निर्माण श्रमिकों का चयन वहां की एजेंसी ने किया था।
विजय बहादुर सिंह, जिला सेवायोजन अधिकारी
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।