यूपी के इस जिले में हाईवे पर हादसों के बाद तुरंत हो सकेगा इलाज, तीन CHC में ब्लड स्टोरेज की सुविधा
रायबरेली जिले में राजमार्गों पर होने वाली दुर्घटनाओं में घायलों को तुरंत खून मिल सके इसके लिए तीन सीएचसी में ब्लड स्टोरेज सेंटर खुलेंगे। बछरावां और ऊंचाहार को लाइसेंस मिल चुका है पर लालगंज में कुछ कमियों के चलते लाइसेंस का इंतजार है। लाइसेंस मिलने के बाद हर सेंटर पर 50 यूनिट ब्लड स्टोर किया जा सकेगा जिससे मरीजों को तत्काल मदद मिल सके।
जागरण संवाददाता, रायबरेली। जिले के चारों ओर राष्ट्रीय राजमार्ग का जाल बिछा हुआ है। हर छोर से कोई न कोई हाईवे निकला है। इन हाईवे पर हर समय सैकड़ों वाहनों का आवागमन रहता है। ऐसे में कभी-कभी हादसा होने की स्थिति में हाईवे से सटे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में ब्लड की उपलब्धता न हो पाने के कारण लोगों की जान चली जाती है।
जरूरत पड़ने पर घायल को तत्काल ब्लड की उपलब्धता हो सके, इसके लिए तीन सीएचसी में ब्लड स्टोरेज सेंटर चालू करने की सुविधा दी गई। इसमें दो का लाइसेंस जारी हो चुका है, लेकिन एक सीएचसी में कुछ खामियां दूर न होने के कारण अभी लाइसेंस मिलने का इंतजार है।
लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बछरावां और ऊंचाहार है। बांदा-टांडा हाईवे पर लालगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्थित है। कई मायनों में ये तीनों सीएचसी काफी महत्वपूर्ण हैं। बछरावां सीएचसी लखनऊ, बाराबंकी से करीब और ऊंचाहार सीएचसी प्रयागराज हाईवे पर होने के साथ ही प्रतापगढ़ जनपद की सीमा से भी नजदीक है।
वहीं लालगंज सीएचसी फतेहपुर के साथ ही उन्नाव जनपद की सीमा से करीब है। इन तीनों सीएचसी पर ब्लड स्टोरेज सेंटर के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया। औषधि निरीक्षक ने तीनों सीएचसी का निरीक्षण करके रिपोर्ट तैयार की। इसमें सबसे पहले बछरावां सीएचसी में ब्लड स्टोरेज सेंटर का शुभारंभ किया गया। यहां ब्लड स्टोरेज सेंटर चालू हो चुका है। अब ऊंचाहार सीएचसी का भी लाइसेंस जारी हो चुका है, लेकिन अभी लालगंज सीएचसी को लाइसेंस मिलने में देरी है।
लालगंज सीएचसी में औषधि निरीक्षक के निरीक्षण के दौरान कई खामियां मिली। सीएचसी में जगह की समस्या आई, इसके साथ ही उपकरण व कर्मचारियों की समस्या देखने को मिली। इस पर इन समस्याओं को दूर करने की बात कही गई। फिलहाल, अभी तक समाधान न होने के कारण इसे लाइसेंस नहीं मिल पा रहा है।
लाइसेंस जारी होने के बाद तीनों सीएचसी में 50-50 यूनिट ब्लड स्टोर करने की क्षमता होगी। इससे कभी जरूरत पड़ने पर मरीजों या घायलों को तत्काल सीएचसी में ब्लड उपलब्ध हो सके और उन्हें इसके लिए जिला अस्पताल तक की दौड़ न लगानी पड़े।
बछरावां के बाद अब ऊंचाहार सीएचसी को ब्लड स्टोरेज सेंटर का लाइसेंस जारी किया गया है। लालगंज में जगह, उपकरण और कर्मचारी की समस्या रही, यह कमियां दूर होने पर निरीक्षण किया जाएगा, उसके बाद वहां का लाइसेंस जारी हो सकेगा।
शिवेंद्र प्रताप सिंह, औषधि निरीक्षक
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।