5 लाख का इलाज… मगर नहीं है कोई सुनने वाला; UP के इस जिले में 8 CHC में आयुष्मान मित्र नदारद
रायबरेली में आयुष्मान मित्रों की कमी के कारण कार्ड धारकों को मुफ्त इलाज में दिक्कत हो रही है। प्रधानमंत्री ने 2018 में यह योजना शुरू की थी लेकिन कई सीएचसी में आयुष्मान मित्र न होने से मरीज परेशान हैं। अधिकारी इस मामले में उदासीन दिख रहे हैं जिससे मरीजों को निजी अस्पतालों में महंगा इलाज कराने पर मजबूर होना पड़ रहा है।

जागरण संवाददाता, रायबरेली। प्रधानमंत्री ने 2018 में आयुष्मान कार्ड बनाकर लोगों को पांच लाख तक मुफ्त इलाज पाने का अधिकार दिया था। इस योजना को अमलीजामा पहनाने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग को दी गई है।
जनपद में एम्स, एक जिला अस्पताल, 19 सीएचसी, 52 पीएचसी, 252 आयुष्मान केंद्र व 11 निजी अस्पताल हैं, जिनमें कार्ड धारक को आयुष्मान मित्र द्वारा मुफ्त इलाज मुहैया होता है, लेकिन सरेनी, महाराजगंज, शिवगढ़, दीनशाह गौरा, अमावां, छतोह, जगतपुर व खीरों सहित आठ सीएचसी मेंं आयुष्मान मित्र न होने से कार्ड धारकों को इलाज नहीं मिल पा रहा है।
विभाग निजी कार्यदायी संस्था के पास काम होने की बात कहकर पल्ला झाड़ रहा है। इससे साफ जाहिर है कि गरीबों के लिए चल रही योजनाओं के प्रति अधिकारी कितना जिम्मेदार व संवेदनशील हैं।
सभी को समुचित इलाज मिल सके, इसी सोच के साथ भारत सरकार द्वारा आयुष्मान योजना शुरू की गई। सही क्रियान्वयन न होने से योजना सही ढंग से फलीभूत नहीं हो पा रही है। इसके चलते मजबूरी में मरीजों को निजी अस्पताल में जाकर इलाज के लिए जेबें ढीली करनी पड़ रही है।
लगभग एक साल से कार्ड धारक इस अव्यवस्था से दो चार हो रहे हैं। कोई भी इनकी व्यथा सुनने वाला नहीं है। आयुष्मान कार्ड धारक विपिन कुमार निवासी शिवगढ़ का कहना है कि आंख का इलाज कराना था, जानकारी के लिए सीएचसी गया था, लेकिन इसकी जानकारी देने वाला कोई मौजूद नहीं है।
वहीं के दिनेश कुमार का कहना है कि मा का पैर टूट गया था। चिकित्सक ने आपरेशन बताया था। आयुष्मान कार्ड से नि:शुल्क आपरेशन की जानकारी के लिए आयुष्मान मित्र के पास गया था। वहां जाकर पता चला कि एक साल से आयुष्मान मित्र ही तैनात नहीं हैं।
सरेनी के आयुष्मान कार्ड धारक श्याम लाल का कहना है कि पेट में पथरी है। आयुष्मान कार्ड से निजी अस्पताल में निशुल्क आपरेशन हो जाता, लेकिन सीएचसी में कोई जानकारी देने वाला ही नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार की अच्छी योजनाओं को अधिकारी सही से लागू नहीं करवा रहे हैं। शिवगढ़ सीएचसी अधीक्षक डा़ प्रेम शरण ने बताया कि एक साल से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोई आयुष्मान मित्र नहीं है।
यह कार्य आउटसोर्स द्वारा किया जा रहा है। आयुष्मान मित्रों की तैनाती क्यों नहीं है, इसकी जानकारी नहीं है।
डॉ. नवीन चंद्रा, सीएमओ
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