रायबरेली में महिला BLO का गड़ासे से गला काटा, फिर खुद भी जहर खाकर दी जान; जांच में जुटी पुलिस
रायबरेली में एक महिला रोजगार सेवक की गड़ासे से गला रेतकर हत्या कर दी गई। ग्रामीणों ने हत्या का आरोप गांव के ही एक युवक पर लगाया। पुलिस ने युवक को खेत ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, रायबरेली। महिला रोजगार सेवक की गड़ासे से गला रेतकर घर में हत्या कर दी गई। उसका शव लहूलुहान हालत में पड़ा मिला। घटना की सूचना पर फारेंसिक टीम के साथ एएसपी, सीओ मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने गांव के ही एक युवक पर हत्या किए जाने का आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग की और पुलिस को शव उठाने से मना कर दिया।
पुलिस ने आरोपित की छानबीन की तो गांव के एक खेत में पड़ा मिला। पुलिस उसे सीएचसी ले गई तो चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। चिकित्सक ने जहरीला पदार्थ खाने की आशंका जताई है।
आरोपित की मौत होने की जानकारी के बाद ग्रामीण माने और महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मृतका के जेठ की तहरीर पर पुलिस ने एफआइआर दर्ज की है। वहीं ग्रामीणों में प्रेम प्रसंग में घटना को अंजाम दिए जाने की बात की चर्चा रही।

जगतपुर भिचकौरा गांव निवासी रोजगार सेवक सीमा गांव में ही तैनात थीं। वर्तमान में वह बीएलओ का काम कर रही थी। काम से लौटने के बाद दोपहर लगभग एक बजे वह घर में अकेली थी।
तभी सीमा के शोर मचाने की आवाज सुनकर पड़ोस का एक व्यक्ति उनके घर पहुंचा तो उसे गांव का ही रामसुमेर घर के पिछले रास्ते से भागता दिखाई दिया, जबकि गैस चूल्हे के पास जमीन पर सीमा का खून से लथपथ शव पड़ा मिला। वहीं पास में गड़ासा भी पड़ा मिला।
महिला के गले पर गहरे घाव के निशान दिखे। ये देख पड़ोसी ने शोर मचाया तो बड़ी संख्या में लोग मौके पर एकत्रित हो गए। जानकारी होने पर सीओ अमित सिंह पुलिस बल व फारेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे। एएसपी संजीव कुमार सिन्हा व एसडीएम मिथिलेश त्रिपाठी ने भी मौके पर पहुंचे।

मृतका के जेठ रमेश ने पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में राम सुमेर पर अपने सामने ही सीमा की गड़ासे से हत्या किए जाने का आरोप लगाया है।
आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस को शव उठाने से रोक दिया और आरोपित राम सुमेर की गिरफ्तारी पर अड़ गए। इस पर पुलिस ने उसके विरुद्ध एफआइआर दर्ज कर ली। करीब तीन घंटे बाद पुलिस को राम सुमेर गांव स्थित एक खेत में अचेत अवस्था में पड़ा मिला।
पुलिस ने राम सुमेर को सीएचसी पहुंचाया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। ये बात पुलिस अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को बताई गई, लेकिन परिवारजन व ग्रामीणों को इस पर भरोसा नहीं हुआ और वह उस पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे।
इस पर पुलिस अधिकारी कुछ ग्रामीणों को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां राम सुमेर की मौत की पुष्टि पर लोगों का गुस्सा शांत हुआ और करीब चार घंटे बाद सीमा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा सका।
आरोपित मृतक राम सुमेर राजगीर का काम करता था। गांव स्थित बैसन टोला में उसका घर है, जहां उसके बड़े भाई का परिवार व मां रहती है, जबकि वह परिवार के साथ अपनी ससुराल अम्बरपुर में रहता था।
ग्रामीणों के अनुसार वह लगभग रोज गांव आता था। घटना के लगभग एक घंटे पहले भी उसे गांव में घूमते देखा गया था। मृतका के घर उसका आना जाना रहा।
मासूमों के सिर से उठा मां का साया
मृतका सीमा का पति राजेंद्र कुमार रोजगार के चलते पुणे में रहते हैं। उसका बड़ा बेटा विराट कक्षा छह, छोटा बेटा पीजी व बेटी काव्या केजी में पढ़ती है। मां का साया उठने से मासूम बच्चों का रो रो कर बुरा हाल है। मां के शव को देखकर उनकी आंखों से आंसू रुक नहीं रहे हैं।
पीआरवी पुलिस को राम सुमेर द्वारा सीमा की गड़ासे से हत्या करने की सूचना मिली थी। परिवारजन की शिकायत पर रामसुमेर के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। उसके बाद खेत में पड़े मिले रामसुमेर को अचेत अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। चिकित्सक के अनुसार आरोपित की जहरीला पदार्थ खाने से मौत होने की आंशका जताई जा रही है। घटना में सभी पहलुओं पर जांच कराई जा रही है।
- संजीव कुमार सिन्हा, अपर पुलिस अधीक्षक, रायबरेली

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