रायबरेली में 65 लाख की लागत से बनी पानी टंकी, चार साल बाद भी नहीं शुरू हो सकी जलापूर्ति
रायबरेली में 65 लाख रुपये की लागत से बनी पानी की टंकी चार साल बाद भी शुरू नहीं हो पाई है, जिससे ग्रामीणों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों को उम्मीद थी कि टंकी बनने से उन्हें पानी की समस्या से निजात मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अधिकारियों का कहना है कि तकनीकी खराबी के कारण टंकी चालू नहीं हो पाई थी, जिसे अब ठीक कर लिया गया है और जल्द ही जलापूर्ति शुरू कर दी जाएगी।

65 लाख की लागत से बनी पानी टंकी।
संवाद सूत्र, लालगंज (रायबरेली)। हर घर जल मिशन की गति कितनी सुस्त है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि चार साल पहले बनी पानी टंकी से अब तक ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पा रहा है। लाखों रुपये खर्च होने के बाद भी ग्रामीण शुद्ध जल का इंतजार कर रहे हैं। जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते लोगों में रोष है।
अमृत योजना के तहत मुबारकपुर गांव में वर्ष 2021 में 65 लाख की लागत से पानी टंकी का निर्माण कराया गया। बोरिंग कराकर पंप हाउस भी बनवा दिया गया। इस टंकी से मुबारकपुर समेत मदुरी, सातनपुर, पूरे बैजू, अमृत का पुरवा, पूरे तबीजन, पूरे रामगुलाम समेत अन्य गांवों में जलापूर्ति की जानी है।
पानी टंकी में सोलर पैनल लगाया गया। शुरुआत में कभी कभार बिना टंकी में पानी चढ़ाए सीधे पाइप से जलापूर्ति कर दी जाती थी, लेकिन अब तक सभी गांवों में न तो पाइप लाइन बिछ सकी है और जहां लाइन बिछी हैं वहां भी पानी नहीं पहुंच रहा है।
पूरे अमृत निवासी सौरभ शुक्ल, पूरे तबीजन निवासी आबिद, मुबारकपुर निवासी राजेश का कहना है कि सरकारी धन की बर्बादी की जा रही है। टंकी से अब तक पानी नहीं मिल सका है। यह पानी टंकी केवल शोपीस बनकर रह गई है।
वहीं, टंकी के चौकीदार रामनरेश का कहना है कि सोलर पैनल खराब होने से पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। खंड विकास अधिकारी गगनदीन सिंह का कहना है कि मुबारकपुर पानी टंकी की समस्या को लेकर उच्चाधिकारियों समेत जल निगम के अधिकारियों को पत्र भेजा गया है।

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