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    सचिव ने दिए टेक्नीशियन की नियुक्ति करने के निर्देश, अब रात में भी उपलब्ध होगी सीटी स्कैन की सुविधा

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 02:36 PM (IST)

    प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने रायबरेली के जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने इमरजेंसी वार्ड की बदहाली पर मरम्मत के निर्देश दिए और रात में सीटी स्कैन की सुविधा के लिए टेक्नीशियन नियुक्त करने को कहा। अल्ट्रासाउंड मशीन बदलने और ऑपरेशन कक्ष में आधुनिक उपकरण खरीदने के भी निर्देश दिए। महिला अस्पताल में रात में दो चिकित्सक तैनात करने के लिए कहा गया।

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    टेक्नीशियन नियुक्त होने से रात में भी मिलेगी सीटी स्कैन की सुविधा। जागरण फोटो

    जागरण संवाददाता, रायबरेली। प्रमुख सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पार्थ सारथी सेन शर्मा ने शुक्रवार को जिला अस्पताल पुरुष व महिला का निरीक्षण किया। जिला अस्पताल पुरुष की इमरजेंसी में ड्रेसिंग रूम व वार्ड की बाहरी दीवार की बदहाली देख मरम्मत कराने के निर्देश दिए।

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    उन्होंने सीएमओ व सीएमएस को निर्देश दिया कि रोगी कल्याण समिति के जरिए एक टेक्नीशियन की नियुक्ति की जाए, ताकि रात में भी सीटी स्कैन की सुविधा मरीजों को मिल सके।

    इसके साथ ही अन्य मरीजों को मिल रही सुविधाओं को बेहतर करने के निर्देश दिए। प्रमुख सचिव उन्होंने ऑपरेशन कक्ष में आधुनिक उपकरण खरीदने के भी निर्देश दिए।

    प्रमुख सचिव सबसे पहले इमरजेंसी पहुंचे और सामने उनकी नजर ड्रेसिंग रूम की दीवार पर गई। दीवार पर काई लगी थी, यही हाल इमरजेंसी वार्ड की बाहरी दीवार का था, पानी टपक रहा था। उन्होंने सीएमएस को एस्टीमेट बनवाकर मरम्मत कराने के निर्देश दिए। इसके बाद सीटी स्कैन कक्ष देखा।

    अभी तक सीटी स्कैन की सुविधा दो बजे मरीजों को मिल रही थी। प्रमुख सचिव ने रोगी कल्याण समिति के जरिए प्रस्ताव बनाकर एक टेक्नीशियन 20 हजार रुपये महीने के मानदेय पर संविदा पर रखने के निर्देश दिए, ताकि मरीजों को रात को भी सीटी स्कैन की सुविधा मिल सके।

    उसके बाद अल्ट्रासाउंड कक्ष पहुंचने पर रेडियोलाजिस्ट डॉ. अल्ताफ हुसैन ने उन्हें बताया कि प्रतिदिन 100 से अधिक मरीज आते हैं। अल्ट्रासाउंड मशीन काफी पुरानी होने के कारण काम करने में काफी परेशानी होती है। इस पर उन्होंने अल्ट्रासाउंड मशीन बदलवाने की बात कही।

    इसके साथ ही हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. डीपी सरोज से कहा कि आपरेशन कक्ष में ऐसे कौन से उपकरण जो उपलब्ध करा दिए जाए तो बेहतर सुविधा मिलने लगे। इस पर चिकित्सक ने बताया कि ड्रिल मशीन मिल जाए तो काफी हद तक सहूलियत मिल जाएगी।

    उन्होंने सीएमएस से जल्द मशीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही प्रमुख सचिव ने सीएमएस से आइसीयू के बारे में जानकारी ली। सीएमएस ने बताया कि आठ बेड तैयार हैं, सीएमओ की ओर से दो स्टाफ मिला मिला था, जिसमें से एक स्टाफ का तबादला हो गया।

    दो चिकित्सक समेत अन्य स्टाफ का प्रशिक्षण चल रहा है, डेढ़ माह में प्रशिक्षण पूरा होने पर आइसीयू की सुविधा शुरू की जाएगी। इसके साथ ही प्रमुख सचिव ने जिला महिला अस्पताल का निरीक्षण किया। वहां मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। इसके साथ ही प्रतिदिन होने वाले ऑपरेशन के बारे में पूछा।

    कई ऑपरेशन होने पर उन्होंने निर्देश दिया कि रात में एक के बजाए दो चिकित्सक की ड्यूटी लगाई जाए, ताकि कभी कई मरीज आने की स्थिति में सभी को बेहतर इलाज मिल सके। प्रमुख सचिव का कहना है कि रोगी कल्याण समिति और आयुष्मान भारत में 40 लाख रुपये से अधिक है।

    इसे स्थानीय स्तर पर ही रोगियों के कल्याण के लिए खर्चा किया जा सकता है। मरीजों की सुविधाओं को बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।