Raebareli News: नैया नाला का जल स्तर बढ़ा, आस पास के गांवों में मंडराने लगा खतरा, ग्रामीणों में भय
मोहनलालगंज झील से निकली महाराजगंज ड्रेन में जल स्तर बढ़ने से आसपास के गांवों में खतरे की आशंका बढ़ गई है। नैया नाला में जल स्तर बढ़ने से सुखलिया लालगंज और जियापुर जैसे गांव प्रभावित हो सकते हैं जिससे ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। किसानों की धान की फसल पहले ही नष्ट हो चुकी है। प्रशासन से बाढ़ चौकी बनाने के निर्देश दिए गए हैं।

जागरण संवाददाता, रायबरेली। मोहनलालगंज झील से निकली महाराजगंज ड्रेन में जल स्तर एक बार फिर बढ़ने लगा। जिससे आस पास के गांवों में खतरा मंडराने लगा है। वहीं महाराजगंज इन्हौना मार्ग पर बना सर्विस लेन भी दोबारा जलभराव की चपेट में आ सकता है।
मोहनलालगंज लखनऊ झील से निकली करीब 120 किलोमीटर लंबी नैया नाला अगस्त सितंबर माह में उफान पर रहती है। अधिकाश बारिश के माह में सुखलिया, लालगंज, जियापुर, भुजिहा, समेत हंसवा ड्रेन , मूंगताल बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं।
4 अगस्त के बाद नैया नाला में जल स्तर बढ़ा, लेकिन यह गांव इस बार प्रभावित नहीं हुए। पिछले सालों में सुखलिया गांव में ग्रामीणों के आवागमन बाधित हो जाने पर नाव चलानी पड़ी। मंगलवार से एक बार फिर जल स्तर बढ़ने लगा।
यह क्रम दिन प्रतिदिन लगातार जारी है, जिससे ग्रामीणों की चिंता बढ़ रही हैं। ग्रामीण जिया पुर निवासी बिंदु यादव ने बताया कि नैया के किनारे की धान की सैकड़ों बीघे धान की फसल नष्ट हो गई। अब अधिक पानी आया तो जन जीवन भी प्रभावित हो सकता है।
सुखलिया निवासी अमरेंद्र ने बताया कि गांव के चारों ओर पानी भरा है। अधिक जल स्तर बढ़ा तो गांव को रास्ता बंद हो जाएगी। ग्रामीण जिया पुर निवासी भरोसे, रोहित, रमेश ने प्रशाशन से समय रहते इंतजाम दुरुस्त कराने की मांग की है।
उप जिलाधिकारी गौतम सिंह ने बताया कि बाढ़ से चपेट में आने वाले कुछ गांवों की संभावना को देखते हुए बाढ़ चौकी बनाने के निर्देश दिए गए है। फिलहाल अभी किसी प्रकार से कोई गांव प्रभावित नहीं हैं।
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