Ration Card E-KYC: यूपी में इन लोगों को नहीं मिलेगा मुफ्त राशन… कट जाएगा नाम, इस तारीख तक अंतिम मौका
ई-केवाईसी से वंचित उपभोक्ताओं की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। 30 जून तक ई-केवाईसी न कराने पर राशन मिलना बंद हो सकता है। अभी तक 15% उपभोक्ताओं ने ई-केवाईसी नहीं कराई है जिसके कारण उन पर राशन पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों पर ई-केवाईसी कराने के लिए कोटेदारों को जिम्मेदारी दी गई है। सदस्य देश में कहीं भी रहकर ई-केवाईसी करा सकते हैं।

जागरण संवाददाता, रायबरेली। सार्वजनिक वितरण प्रणाली को और पारदर्शी बनाने के लिए आपूर्ति विभाग की ओर से सभी उचित दर विक्रेताओं के माध्यम से राशन कार्ड धारक परिवार के प्रत्येक सदस्यों की ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक नो योर कंज्यूमर) कराई जा रही है।
इसके लिए शासन की ओर से 30 जून तक का समय निर्धारित किया गया है। बावजूद इसके अभी तक 15 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने ई-केवाईसी नहीं कराई है। ई-केवाईसी न कराने वाले उपभोक्ताओं के साथ कोटेदार पर सख्ती बरतते हुए इस माह के राशन पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही निर्धारित समय तक ई-केवाईसी न कराने वाले उपभोक्ता हमेशा के लिए खाद्यान्न से वंचित हो सकते हैं।
तहसील क्षेत्र में 125 सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानें आवंटित हैं। इन पर कुल 59 हजार 932 राशनकार्ड धारक हैं। इनमें दो लाख 61 हजार 697 यूनिट दर्ज है, जिन्हें प्रतिमाह राशन वितरित किया जाता है। इनमें से दो लाख 22 हजार 19 का सत्यापन कर ई-केवाईसी हो चुकी है।
वहीं, 39 हजार 678 यानि 15 फीसद उपभोक्ताओं की अभी भी ई-केवाईसी होनी बाकी है। उचित दर विक्रेताओं के माध्यम से सभी सदस्यों की ई-केवाईसी कराना अनिवार्य है। इसके लिए कोटेदारों को ही जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो ई-पास मशीन के जरिए कार्ड धारकों के सदस्यों का ई-केवाईसी करा रहे हैं।
इस कार्य के लिए कोटेदारों की तरफ से कुछ निजी तौर पर युवकों का भी सहारा लिया जा रहा है, ताकि समय पर शत-प्रतिशत सदस्यों की ई-केवाईसी हो सके। शुरूआती दौर में तो सदस्यों ने काफी रुचि दिखाई, लेकिन बड़ी संख्या में कई घरों के सदस्य दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई सहित विदेशों में रह रहे हैं।
ऐसे में उनके न आने से भी कार्य प्रभावित हो रहा है, जबकि शासन की तरफ से अब नई व्यवस्था लागू कर दी गई है। कार्ड धारक सदस्य देश के किसी भी शहर में रहकर वहीं अपनी ई-केवाईसी करा सकते हैं।
कार्ड धारक परिवार के सदस्य कोटेदार के पास वितरण दिवस के दिन ही पहुंचते हैं, उस दिन सर्वर पर लोड अधिक रहने से ई-केवाईसी का कार्य ठप रहता है। जिस कारण इसकी गति नहीं बढ़ पा रही है।
पूर्ति निरीक्षक अवधेश चतुर्वेदी ने बताया कि ई-केवाईसी के लिए अभियान चलाया जा रहा है। जिस कार्ड धारक के सदस्य बाहर रह रहे हैं, कोटेदार के जरिए उनके स्वजन से मुलाकात कर ई-केवाईसी कराने के सुझाव दिए जा रहे हैं।
कार्ड धारक कहीं भी रहकर अपना सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों में जाकर निशुल्क रूप से ई-केवाईसी करा सकते हैं।
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