यूपी में सड़क हुई बदहाल तो बनवाने के बजाय अधिकारियों ने कर दिया ये काम, लोग हुए परेशाना
लालगंज-रायबरेली हाईवे पर बना बाइपास अपनी बदहाली के कारण चर्चा में है। 2008 में बने इस बाइपास का उद्देश्य कानपुर, इलाहाबाद और लखनऊ जाने वाले यात्रियों को सुविधा प्रदान करना था। लेकिन, साइड लेन की खस्ता हालत के कारण अधिकारियों ने इसे पत्थरों से बंद कर दिया है। रेल ओवरब्रिज भी जल्दी ही खराब हो गया था। एसडीएम ने एनएचआई अधिकारियों से संपर्क कर जल्द मरम्मत कराने की बात कही है।

प्रतीकात्कम तस्वीर
संवादसूत्र, लालगंज (रायबरेली)। फतेहपुर-लालगंज हाईवे को लालगंज-रायबरेली हाईवे से मिलाते हुए वर्ष 2008 में बाइपास रोड का निर्माण किया गया था। जिसमें लालगंज-डलमऊ मुख्य मार्ग के पास तक दोनों तरफ साइड लेन का भी निर्माण किया गया था ताकि जिन्हें कानपुर, इलाहाबाद या लखनऊ जाना हो वह इस साइड लेन से उतरकर अपने गंतव्य को जा सके, लेकिन साइड लेन की बदहाली के चलते अधिकारियों ने उसे बनवाने के बजाय पत्थर रखकर बंद कर दिया है।
बता दें कि बनाए गए बाइपास पर रेल ओवर ब्रिज के पांच माह में ही खराब हो जाने से पहले पूरे मार्ग को ही आवागमन के लिए बंद कर दिया गया था। लगातार धरना प्रदर्शन के बाद इसे ठीक कर मार्ग चालू कर दिया गया, लेकिन इसके साइड लेन को अब तक नहीं बनाया गया है।
नतीजा है की सड़क का लाभ वाहन चालकों को नहीं मिल पा रहा है। इस सड़क की दोनों तरफ बनी साइड लेने पूरी तरह से खराब है। दोनों तरफ सड़क पर इतने बड़े-बड़े गड्ढे हैं कि उनसे चौपहिया वाहनों का निकलना नामुमकिन है। जिम्मेदार अधिकारियों ने इन गड्ढाें को ठीक करने के बजाए पत्थर रखकर रास्ते को ही बंद कर दिया है। जिससे इस सड़क का पूरा लाभ वाहन चालकों को नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते वाहन लोगों में नाराजगी है।
लोगों का कहना है कि करोड़ों रुपये खर्च कर मार्ग का निर्माण कराया गया, लेकिन इसकी गुणवत्ता को लेकर ध्यान नहीं दिया गया। जिसके चलते मार्ग निर्माण के कुछ दिनों बाद ही बदहाल हो गया था। अब भी अधिकारी इस ओर नहीं चेत रहे हैं। एसडीएम मिथिलेश त्रिपाठी का कहना है की एनएचआई के अधिकारियों से संपर्क कर शीघ्र मार्ग को ठीक कराया जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।