Indian Railways: रायबरेली में नये कलेवर से तैयार होगा ऊंचाहार -अमेठी रेलखंड का रूटचार्ट
Indian Railways : मंत्रालय से विशेष परियोजना घोषित होने के बाद वर्ष 2018-19 में इसके लिए भूमि का सर्वे और चिन्हांकन कराया गया। अमेठी व प्रतापगढ़ के 27 गांवो में अधिग्रहण की प्रक्रिया बढ़ी, लेकिन सलोन में जिस रास्ते से लाइन जानी थी, वहां औद्योगिक क्षेत्र विकसित था।

ऊंचाहार से अमेठी के नई लाइन बिछाने की तैयारी
जागरण संवाददाता, रायबरेली : ऊंचाहार से अमेठी के बीचनई लाइन बिछाने की तैयारी की जा रही है। अधिकारियों की माने तो अगले वर्ष के फरवरी से मार्च में रूटचार्ट तैयार किया जाएगा। इससे ऊंचाहार से अमेठी व अमेठी से अयोध्या और शाहगंज रेलमार्ग से जोड़ा जाएगा।
अस्सी के दशक में जिले को अमेठी होते हुए अयोध्या से रेलपथ के माध्यम से जोड़ने की आवाज उठी थी। नवंबर 2013 में सलोन में रेलवे ने आयोजन कर शिलान्यास करवाया था। यूपीए सरकार ने 1331 करोड़ रूपये का बजट भी निर्धारित किया था।
जिसमें ऊंचाहार से सलोन होते हुए अमेठी जोड़ने के लिए 380 करोड़, रायबरेली से तिलोई के रास्ते अकबरगंज व इन्हौंना रेल लाइन के लिए 296 करोड़, अबकरगंज को अमेठी के बाजार शुकुल के रास्ते आयोध्या से जोड़ने के लिए 655 करोड़ रूपये की लागत से रेलवे लाइन का निर्माण होना था। रेल लाइन रायबरेली, अमेठी और प्रतापगढ़ के 66 गांवों से होकर गुजरनी थी।
मंत्रालय से विशेष परियोजना घोषित होने के बाद वर्ष 2018-19 में इसके लिए भूमि का सर्वे और चिन्हांकन कराया गया। अमेठी व प्रतापगढ़ के 27 गांवो में अधिग्रहण की प्रक्रिया बढ़ी, लेकिन सलोन में जिस रास्ते से लाइन जानी थी, वहां औद्योगिक क्षेत्र विकसित था।
भूमि चिन्हांकन के बाद उद्यमियों ने रेलवे को प्रत्यावेदन देकर दूसरे स्थान से रेल लाइन निकालने की मांग की थी। प्रशासन ने भी इसकी अनुशंसा की। फिलहाल मामले ठंडे बस्ते में चला गया था। अब फरवरी से मार्च के बीच नया रूट चार्ट बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
मंडल रेल प्रबंधक सुनील कुमार वर्मा का कहना है कि ऊंचाहार -अमेठी रेल लाइन परियोजना का शिलान्यास 26 नवंबर 2013 में हुआ था। नए सिरे से फरवरी से मार्च में इस रूट का सर्वे करवाया जाएगा। जिसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

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