यूपी के सरकारी अस्पतालों में अचानक क्यों बढ़ गई भीड़? हाई फीवर के सबसे अधिक मरीज
रायबरेली में जिला अस्पताल और सीएचसी में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है खासकर हाई फीवर के मरीज अधिक आ रहे हैं। सीएचसी में डेंगू जांच की सुविधा नहीं होने से मरीजों को जिला अस्पताल जाना पड़ रहा है जिससे वहां जांच का दबाव बढ़ गया है। जिला अस्पताल में रोजाना 40-50 डेंगू जांच हो रही है। मरीजों को रिपोर्ट का इंतजार है।
जागरण संवाददाता, रायबरेली। जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी तक मरीजों की भीड़ लगी है। मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। सबसे अधिक मरीज हाई फीवर के पहुंच रहे हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डेंगू की जांच की कोई सुविधा नहीं है।
लक्षण दिखने पर चिकित्सक को ब्लड सैंपल जिला अस्पताल भेजना होगा। वहीं जिला अस्पताल की पैथालॉजी में भी प्रतिदिन 40 से 50 मरीजों की डेंगू की जांच की जा रही है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर अभी तक किट के जरिए डेंगू की जांच की जा रही थी, लेकिन अब सिर्फ जिला अस्पताल की पैथालाजी में एलाइजा जांच से की जा रही है। इस समय डेंगू का खतरा काफी बढ़ गया है। दो सप्ताह पहले तक जिला अस्पताल में प्रतिदिन 20 से 25 डेंगू की जांच की जा रही थी, लेकिन अब यह आंकड़ा 40 से 50 तक पहुंच गया है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर जिला अस्पताल पर हाई फीवर के काफी मरीज आ रहे हैं। कई दिनों से आ रहे हाई फीवर के मरीजों व अन्य लक्षण को देखकर चिकित्सक ब्लड का सैंपल लेकर जांच के लिए जिला अस्पताल भेज रहे हैं। मंगलवार को भी जिला अस्पताल में 1668 मरीज पहुंचे।
ओपीडी कक्ष से लेकर दवा वितरण काउंटर व पैथालाजी तक मरीजों की कतार लगी रही। मायाराम, कुसुमा, रामबरन, महेंद्र कुमार को कई दिनों से हाई फीवर है, इलाज कराने पहुंचे तो चिकित्सक ने डेंगू की जांच लिखी। अब उन्हें रिपोर्ट आने का इंतजार है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सलोन में भी 1020 मरीज पहुंचे। अधीक्षक अमित सिंह ने बताया कि संक्रामक रोग के मरीज अधिक आ रहे हैं। अभी तक डेंगू के मरीज नहीं मिले हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर हाई फीवर होने की स्थिति में चिकित्सक मलेरिया की जांच स्लाइड बनाकर व किट के जरिए कर रहे हैं। इसके साथ ही जिला अस्पताल स्थित सेंटिनल सर्विलांस लैब में डेंगू की जांच की जा रही है। -डा. रमेश यादव, जिला मलेरिया अधिकारी
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