Raebareli: कार को मोडिफाई कर दिया हेलीकाप्टर का लुक, अब दूल्हा-दुल्हन लेंगे हवाई जहाज का लुत्फ
Car Modify to Helicopter शादी विवाह में डेकोरेशन व साज सज्जा का काम करने वाले श्रीकांत ने दुल्हा दुल्हन के लिए कार को मोडिफाई कर हेलीकाप्टर का रूप दिया है। यह वाहन अब लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुआ है।
रायबरेली, संवादसूत्र। शादियों का सीजन शुरू होने वाला है। दूल्हे का सपना होता है कि वह दुल्हन को हेलीकाप्टर से लाए, लेकिन आर्थिक हालातों में उनका सपना अधूरा रह जाता है रतापुर निवासी शख्स ने अपनी कार को माडिफाई करके हेलीकाप्टर का लुक दे दिया है। कार को देखने के लिए लोगों की भीड़ एकत्रित रहती है। मिल एरिया क्षेत्र के रतापुर निवासी श्रीकांत ने अपनी कार को ही हेलीकाप्टर का रूप दे दिया है। जिससे शादी को यादगार बनाने की चाह रखने वाले दूल्हे हेलीकाप्टर रूपी कार से भी अपनी दुल्हनिया ला सकेंगे।
रतापुर में घर के बाहर खड़ी हेलीकाप्टर की तरह दिख रही ये कार श्रीकांत ने बनवाई है। इस कार को बनाने के पीछे इनका उद्देश्य था कि जो लोग अपनी दुल्हन को हेलीकाप्टर से नहीं ला सकते हैं। वह इससे दुल्हन लाएंगे। कार को हेलीकाप्टर का रूप देने में श्रीकांत के साथ ही उनके पिता व अन्य लोगों ने सुझाव व सहयोग भी दिया। हेलीकाप्टर रूपी इस कार में जब दूल्हा दुल्हन बैठेंगे तो उसपर लगा पंखा चलेगा। इस कार को श्रीकांत किराए पर देंगे।
पुरानी कार को नया लुक देकर श्रीकांत ने पूरा किया सपना
शादी विवाह में डेकोरेशन व साज सज्जा का काम करने वाले श्रीकांत के मन में हेलीकाप्टर रूपी कार बनाने की जिज्ञासा हुई। इसकी शुरुआत करते हुए उन्होंने सबसे पहले पुरानी कार संख्या यूपी 78 बी एस 5747 कानपुर से खरीदी। इसके बाद हेलीकाप्टर का रूप देने के लिए कार में लगे ऊपरी पंखे को चलाने के लिए एक हाई स्पीड मोटर को भी असेंबल किया गया। यह कार के इंजन के स्टार्ट होने के साथ ही घूमने लगता है। श्रीकांत बताते हैं इसे बनाने में छह से आठ महीने लग गए। एक हफ्ते की टेस्ट ड्राइव के बाद अब उन्होंने यह कार बुकिंग पर देने के लिए तैयार कर ली है।
कार को मोडिफिकेशन के लिए लेनी होगी अनुमति
वाहनों का मोडिफिकेशन हो सकता है, लेकिन इसकी भी एक निर्धारित सीमा है। इसमें पहले अनुमति लेनी पड़ती है, फिर मोडिफिकेशन के बाद वाहन के नए रंग और रूप को आरसी में दर्ज किया जाता है। किसी भी कार को हेलीकाप्टर का रूप देना तो पूरी तरह नियमों के विपरीत है। अगर, ऐसा वाहन चलता पाया गया तो उसे सीज कर दिया जाएगा। - मनोज कुमार सिंह, एआरटीओ, प्रवर्तन