इंटरनेट से जुड़ेंगे सरकारी स्कूल, सुधरेगी शिक्षा की गुणवत्ता
स्मार्ट टीवी एलईडी प्रोजेक्टर से लैस विद्यालयों को मिलेगी प्राथमिकता
रायबरेली : सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर बेहतर करने को हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने को अब विद्यालयों में इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके प्रयास शुरू हो गए हैं। शासन से सभी विद्यालयों में बीएसएनएल की ओर से डेवलप आनलाइन पोर्टल में इंटरनेट की मांग करने के लिए लागिन करना होगा।
जिलेभर में करीब 1676 प्राथमिक और 623 पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय हैं। काफी संख्या में विद्यालय हैं, जिसमें बिजली कनेक्शन तक नहीं हैं। इन विद्यालयों को सुविधाओं से लैस करने के प्रयास तेज हो गए हैं। फाइबर टू द होम योजना से सभी ग्राम पंचायत भवन और सरकारी विद्यालयों में इंटरनेट से जोड़ा जाएगा। स्मार्ट टीवी, एलईडी, प्रोजेक्टर से लैस विद्यालयों को प्राथमिकता मिलेगी। जिले में करीब 50 विद्यालयों में कंप्यूटर, 40 में स्मार्ट टीवी, 45 में एलईडी और 13 विद्यालयों में प्रोजेक्टर की सुविधा उपलब्ध है। बीएसएनएल की ओर से एक आनलाइन पोर्टल को डेवलप किया गया है। जिन विद्यालयों में स्मार्ट डिवाइसेस, कंप्यूटर, लैपटाप, प्रोजेक्टर, स्मार्ट टीवी आदि उपलब्ध है तो उन विद्यालयों में वरीयता प्रदान करते हुए इंटरनेट की मांग करने के लिए पोर्टल पर लागिन करना होगा। बीएसएनएल इन विद्यालयों को वरीयता के आधार पर सुविधा प्रदान कराएगा। इसके साथ ही विद्यालयों का सर्वे का काम भी जल्द शुरू होगा। महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने बीएसए को सर्वे के दौरान विद्यालय खुलवाने समेत अन्य निर्देश दिए हैं। इंटरनेट की सुविधा मिलने से स्मार्ट कक्षाएं चल सकेंगी और छात्रों को आधुनिक शिक्षा मिलेगी। शिक्षकों के भी डाटा फीडिग समेत अन्य काम आसानी से हो सकेंगे।
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परिषदीय विद्यालयों में इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सर्वे का काम शुरू होगा। इंटरनेट सुविधा मिलने से छात्रों को गुणवत्तापरक शिक्षा मिल सकेगी।
शिवेंद्र प्रताप सिंह, बीएसए