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    रायबरेली में कागजों पर उठ रहा कूड़ा, गंदगी ने बिगाड़ी शहर की सूरत

    Updated: Sun, 14 Dec 2025 04:55 PM (IST)

    रायबरेली में कागजों पर कूड़ा निस्तारण होने से शहर में गंदगी बढ़ रही है, जिससे शहर की सूरत बिगड़ रही है। नगर पालिका द्वारा सफाई के दावों के बावजूद, शहर ...और पढ़ें

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    गंदगी ने बिगाड़ी शहर की सूरत।

    जागरण संवाददाता, रायबरेली। हर सुबह गूंजने वाली ये आवाज 'गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल' अब शहर के कई मुहल्लों व गलियों में नहीं सुनाई देती है। काफी दिनों तक तो लोग सुबह वाहन आने का इंतजार करते रहे, लेकिन फिर घरों के आसपास सड़क किनारे या फिर खाली पड़े प्लाटों पर कूड़ा फेंकने की आदत डाल ली।

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    कागजों पर तो वाहन भी दौड़ रहे और कूड़ा भी उठाया जा रहा है, लेकिन हकीकत यह है कि जगह-जगह फैली गंदगी ने शहर की सूरत बिगाड़ दी है। मुहल्लों में रास्तों पर लगे कूड़े के ढेर जिम्मेदारों की अनदेखी बयां करने के लिए काफी हैं।

    नगर के कई इलाकों में समय से कूड़ा न उठने के कारण सड़कों पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। इससे न केवल लोग दुर्गंध से परेशान हैं, बल्कि मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है।

    नगर पालिका की ओर से शहर को साफ रखने के लिए कार्यदायी संस्था को डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का काम दिया गया है। इसके अलावा मुहल्लों में रखे कूड़ेदानों से कूड़ा उठाने के लिए नगर पालिका ने ट्रैक्टर और मिनी ट्रक लगाए हैं।

    कूड़ा मुहल्लों से उठाया जा रहा या नहीं यह जानने की अफसर जहमत नहीं उठाते हैं। बावजूद इसके कई इलाकों में दोपहर तक सड़क पर कूड़ा फैला रहता है।

    शहर के रफी नगर, बरईपुर, इंदिरा नगर, आजाद नगर और गल्ला मंडी समेत कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां कई दिनों तक कूड़ा नहीं उठाया जाता। यहां सुबह के समय जब लोग अपने घरों से निकलते हैं तो जगह-जगह कूड़े के ढेर और दुर्गंध उनकी परेशानी बढ़ा देती है।

    बरईपुर के शिव प्रताप, महेश कश्यप, संतराम यादव, श्रीकृष्ण, विकास का कहना है कि कूड़ा लेने वाली गाड़ी कभी कभी आती है, आती भी है तो बिना किसी के यहां कूड़ा लिए ही वापस चली जाती है।

    सुरजूपुर निवासी शौरेंद्र मिश्र, अंकित त्रिपाठी, लवलेश सिंह, मुन्ना वर्मा, रफी नगर के शंकर लाल, राना नगर के अजय, राजेश का कहना है कि कूड़ा उठाने वाली गाड़ी लंबे समय से नहीं आ रही है, जिसके चलते लोग घरों से निकला कूड़ा सड़क किनारे फेंक देते हैं।

    कई दिनों तक कूड़ा न उठाए जाने से दुर्गंध के कारण लोगों का उस ओर से निकलना मुश्किल हो जाता है। इससे न सिर्फ मच्छरों का प्रकोप है, बल्कि संक्रामक रोगों का भी खतरा बना हुआ है।

    डोर टू डोर कूड़ा उठाने का काम कार्यदायी संस्था को दिया गया है। अगर कहीं समस्या हो रही है तो उसका समाधान कराया जाएगा। संस्था द्वारा अतिरिक्त वाहनों की मांग की गई हैं, उन्हें आठ वाहन उपलब्ध कराने की प्रक्रिया चल रही है। -स्वर्ण सिंह, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद रायबरेली।