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    60KM लंबे फाफामऊ-उन्नाव रेल लाइन दोहरीकरण का काम 2026 में शुरू, 11 स्टेशनों का होगा नवीनीकरण

    Updated: Sun, 23 Nov 2025 08:48 PM (IST)

    फाफामऊ-उन्नाव रेल लाइन दोहरीकरण का कार्य 2026 में शुरू होने की संभावना है। इस परियोजना में 60 किलोमीटर लंबे सेक्शन में दूसरा ट्रैक बिछाया जाएगा और 11 रेलवे स्टेशनों का नवीनीकरण किया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, टेंडर प्रक्रिया 2026 में पूरी होगी, जिसके बाद कार्य शुरू होने की उम्मीद है। इससे यात्री सुविधाओं में सुधार होगा और ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी।

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    जागरण संवाददाता, रायबरेली। फाफामऊ-उन्नाव रेल लाइन दोहरीकरण का काम प्रस्तावित है। इसकी घोषणा होने के बाद से काम शुरू होने का इंतजार है। हालांकि अधिकारियों के अनुसार 2026 में दोहरीकरण के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी की जाएगी, इसके बाद उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द काम शुरू होगा।

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    दोहरीकरण होने के बाद इस रूट पर ट्रेनों का संचालन बढ़ेगा। दोहरीकरण में जिले के भीतर करीब 60 किलोमीटर लंबे सेक्शन में दूसरा ट्रैक बिछाया जाएगा। इस परियोजना के तहत ऊंचाहार, डलमऊ, लालगंज सहित कुल 11 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प भी किया जाएगा। रेलवे ने इसके लिए खाका तैयार कर लिया है।

    बीते एक व दो अक्टूबर में उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार वर्मा ने फाफामऊ से ऊंचाहार तक निरीक्षण कर दोहरीकरण की तैयारियों की समीक्षा की थी। इसके बाद सहायक मंडल अभियंता प्रयागराज पवन कुमार ने फाफामऊ-ऊंचाहार और एस कुमार ने ऊंचाहार-उन्नाव खंड का निरीक्षण किया था।

    इस दौरान दोनों अधिकारियों ने मौके की समस्याओं का आंकलन कर रिपोर्ट तैयार की थी। दोहरीकरण कार्य से ऊंचाहार, डलमऊ, लालगंज जैसे बड़े स्टेशन ही नहीं, बल्कि अरखा, बहाई, जलालपुर धई, रघुराज सिंह, निहस्था, बरारा बुजुर्ग जैसे छोटे स्टेशन और हाल्ट भी विकसित किए जाएंगे।

    यह परियोजना न केवल यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाएगी, बल्कि ट्रेनों की गति और संख्या भी बढ़ाई जा सकेगी। इस रूट पर ट्रेनों का संचालन बढ़ने से लोगों को इसका लाभ भी मिलेगा। अभी तक इस रूट पर लंबी दूरी की ट्रेनों ऊंचाहार एक्सप्रेस ही चल रही है। इसके अलावां प्रयागराज-कानपुर इंटरसिटी, तीन पैसेंजर ट्रेनें चल रही हैं।

    रेलवे अधिकारियों के मुताबिक सभी आवश्यक तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और वर्ष 2026 से निर्माण शुरू होने के आसार बन रहे हैं। मंडल रेल प्रबंधक सुनील कुमार का कहना है कि टेंडर वर्ष 2026 में किया जाएगा। जिसकी प्रक्रिया नए वर्ष में ही पूरी की जाएगी।