रायबरेली में पागल कुत्ते का आतंक, दो दिनों में 41 लोगों को काटा
रायबरेली में एक पागल कुत्ते ने दो दिनों में 41 लोगों को काटा, जिससे क्षेत्र में दहशत फैल गई। सभी पीड़ितों को एंटी रेबीज और टिटनेस के इंजेक्शन दिए गए हैं। प्रशासन ने कुत्ते को पकड़ने के आदेश दिए हैं, लेकिन अभी तक उसे पकड़ा नहीं जा सका है। सीएचसी अधीक्षक ने बताया कि अस्पताल में पर्याप्त इंजेक्शन उपलब्ध हैं।

जागरण संवाददाता, रायबरेली। कस्बे में पागल कुत्ते ने आतंक मचा रखा है। दो दिनों में अब तक 41 लोगों को काट चुका हैं। इन सभी लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एंटी रेबीज व टिटनेस का इंजेक्शन लगवाया गया। इससे क्षेत्र के लोगों में दहशत है।
रविवार की शाम चार बजे से सोमवार की दोपहर तक 41 लोग कुत्ते के काटने के कारण सीएचसी पहुंचे हैं। पहले दिन 21 और दूसरे दिन 20 लोगों को काटकर घायल किया। 41 लोगों को काटने के बाद अब अफसर जागे हैं। कुत्ते को पकड़वाने के निर्देश दिए हैं। हालांकि पागल कुत्ते को अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है।
कस्बे में स्टेशन रोड पर स्थानीय व आसपास के गांवों के लोग अपने काम निपटा रहे थे, तभी रविवार की शाम चार बजे एक पागल कुत्ते ने लोगों को काटना शुरू कर दिया। एक-एक करके करीब 21 लोगों को काटकर घायल किया।
करीब दो किलोमीटर तक जो भी सामने आया उसे अपना शिकार बनाया और आगे बढ़ता गया। कुत्ता कस्बे के बाद कस्बे से सटे ग्रामीण क्षेत्र तौधकपुर, गोविंदपुर वलौली, दीपेमऊ की ओर देखा गया। ग्रामीणों के अनुसार काले रंग का है। सोमवार की शाम तक कुत्ते के काटने से 20 और लोग अस्पताल उपचार कराने पहुंचे।
रविवार की शाम चार बजे के लगभग कुत्ते ने नगर के गुरूद्वारा रोड निवासी शंकरदयाल वाजपेयी, केशव पुरम निवासी राजेश बहादुर सिंह, राजपति नगर मजरे धनाभाद निवासी वाहिद अली, रेलवे स्टेशन रोड निवासी मोहम्मद हफीज, गुरुद्वारा रोड निवासी मनोज चौरसिया, तौधकपुर गांव के वर्तिका, आसिफ, चांदा के पंकज, गोविंदपुर वलौली के महेंद्र यादव, रजत, बाबा का पुरवा निवासी शिखा अवस्थी, जगतपुर थाना क्षेत्र के शशिधर सिंह, डलमऊ थाना क्षेत्र के रिसालपुर लोटनहा गांव निवासी प्रदीप, चक मलिक भीटी गांव निवासी बबलू, दीपेमऊ गांव के अखिलेश सिंह, सरेनी के तेजगांव निवासी सोमेश द्विवेदी, रौला गांव निवासी उमाशंकर, चकमलिक भीटी निवासी बबलू, लालगंज निवासी अखिलेश, राजेंद्र, महादेव शामिल रहे।
सोमवार को अस्पताल खुलते ही फिर से कुत्ता काटने के मरीजों के आने का सिलसिला शुरू हो गया। इनमें कैथन का पुरवा निवासी राजेश, हरीपुर निवासी प्रिंस, मुबारकपुर निवासी नैंसी, दीपेमऊ निवासी प्रिंषू, लालगंज निवासी दिनेश प्रकाश, अमरपाल सिंह, रणवीर सिंह, बन्नामऊ निवासी संतोष, हरिश्चंद्र, उतरागौरी निवासी अनिकेत, पूरेलोधी निवासी सौम्या सिंह, सेमरपहा निवासी सौरभ, पूरे नोरंग निवासी कोमल, रानीपुर निवासी पवन, चमनगंज निवासी प्रिंस, सरेनी निवासी वैष्णवी, हरीपुर निवासी बद्रीबख्श सिंह, बंशीखेड़ा मजरे जोगापुर निवासी नाथूराम, सकतपुर निवासी सौरभ, जगतपुर के मनोज शामिल हैं।
सीएचसी अधीक्षक डा. अमल पटेल का कहना है कि दो चार मामले छोड़ दें तो अन्य सभी ने काले रंग के पागल कुत्ते के काटे जाने की बात बताई है। उन्होंने कहा कि सीएचसी में एंटी रेबीज इंजेक्शन पर्याप्त हैं। कुत्ते काटने से जख्मी होकर आने वालों को टिटनेस व एंटी रेबीज दोनों इंजेक्शन लगवाए जा रहे हैं।
उपजिलाधिकारी मिथिलेश त्रिपाठी का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र में पागल कुत्ते आतंक से दहशत की बात पता चली है। खंड विकास अधिकारी को कुत्ता पकड़वाने के निर्देश दिए गए हैं।

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