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    कम नहीं हो रहीं ट्रेन डिरेल की साजिशे! रायबरेली में रेलवे ट्रैक पर गड़ा मिला स्लीपर, लगाने पड़े इमरजेंसी ब्रेक

    Updated: Wed, 09 Oct 2024 07:01 PM (IST)

    रायबरेली में एक बड़ी रेल दुर्घटना को टाल दिया गया है। जगतपुर - दरियापुर स्टेशन के पास रेल की पटरी पर स्लीपर रखकर ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश की गई। मालगाड़ी के लोको पायलेट ने सूझबूझ दिखाते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगा दी जिससे बड़ा हादसा टल गया । रेलवे पुलिस मामले की जांच कर रही है ।

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    रायबरेली में ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश नाकाम - प्रतीकात्मक तस्वीर।

    कुमार सर्वेश, रायबरेली। रेल दुर्घटना को अंजाम देने के लिए चल रही साजिशें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। रविवार को रघुराज सिंह रेलवे स्टेशन के निकट हुई घटना के ठीक दो दिन बाद एक अन्य रेल हादसे की साजिश रची गई। जगतपुर-दरियापुर स्टेशन के मध्य बेनीकामा गांव के निकट गेट संख्या 15सी के पास ट्रेन को डिरेल करने का प्रयास किया गया। हुआ ऐसा कि यात्री गाड़ी से पूर्व मालगाड़ी आ गई।

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    मालगाड़ी के चालक ने ट्रैक पर स्लीपर गड़ा देख ब्रेक लगा दी। गाड़ी रुकते रुकते इंजन का कैटल गार्ड स्लीपर से टकरा गया। ट्रेन पलटाने की साजिश की खबर फैलते ही रेल महकमे में खलबली मच गई। रेलवे व सिविल पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना सोमवार रात 11 बजे की है। प्रयागराज की ओर से क्लिंकर और जिप्सम लादकर 58 बोगी के साथ मालगाड़ी कुंदनगंज आ रही थी।

    तभी जगतपुर-दरियापुर स्टेशन के मध्य बेनीकामा गांव के निकट गेट संख्या 15 सी के पास लोको पायलट को ट्रैक पर एक स्लीपर खड़ा हुआ दिखाई पड़ा। मालगाड़ी की गति धीमी होने के कारण लोको पायलट की नजर खड़े स्लीपर पर पड़ी। पायलट को वाकया समझने में देर न लगी। सूझ बूझ दिखाते हुए पायलट ने गाड़ी की इमरजेंसी ब्रेक लगा दी। जब तक गाड़ी रुकती तब तक इंजन खड़े स्लीपर से जा टकरा।

    लोको पायलट ने तत्काल इसकी सूचना लखनऊ कंट्रोलरूम व रेलवे स्टेशन दरियापुर व लक्ष्मणपुर को दी। जिसके बाद रेल महकमे में अफरातफरी मच गई। आनन फानन दरियापुर स्टेशन अधीक्षक शील कुमार सिंह ने घटना की जानकारी ऊंचाहार क्षेत्र के सीनियर सेक्शन इंजीनियर रेलपथ कलीम अहमद को दी। जिसके बाद रेलपथ निरीक्षक राकेश कुमार इंजीनियरिंग विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे।

    टीम ने इंजन के कैटल गार्ड में फंसे स्लीपर को काफी मशक्कत के बाद निकाला। इस दौरान करी सवा घंटे मालगाड़ी का ठहराव रहा। इसके बाद गार्ड की सहमति के बाद दरियापुर स्टेशन की ओर मालगाड़ी को रवाना किया गया।

    सहायक मंडल अभियंता (एडीएन) प्रयागराज राजेश कुमार कुशवाहा का कहना कि रेलपटरी के किनारे स्लीपर पड़े थे, किसी अराजक तत्व द्वारा रेलपटरी पर स्लीपर लाया गया था। एक बड़ी घटना होने से टल गई। जांच शुरू कर दी गई है। रेलपटरी के किनारे से सभी स्लीपरों को हटाने के निर्देश दिए गए है।

    आरपीएफ पोस्ट प्रभारी निरीक्षक समरबहादुर सिंह का कहना है कि 15सी रेलवे गेट के गेटमैन जगतपाल के बयान ले लिया गया हैं। मालगाड़ी के लोको पायलट के बयान लेने के लिए कुंदनगंज आरपीएफ की टीम भेजा गया है। घटना स्थल जगतपुर थाने के अंतर्गत है, केस दर्ज कराकर जांच कराई जाएगी। मंडल रेल प्रबंधक एसएम शर्मा ने बताया कि प्रकरण गंभीर है। लखनऊ स्तर से जांच टीम गठित करके जांच करवाई जाएगी।

    इससे पहले भी हो चुकी है डिरेल की साजिश

    • 18 सितंबर 2024 को मथुरा में 26 बोगी डिरेल हुई।
    • 26 सितंबर 2024 को झारखंड के बोकारो में मालगाड़ी के बोगी डिरेल हुई।
    • कानपुर में हाल में ही पन्द्रह दिनों में तीन बार रेलवे ट्रैक पर अवैध सामग्री रखकर साबरमती व कालिंदी एक्सप्रेस को बेपटरी करने की साजिश की गई।
    • रतलाम में दो वैगन डिरेल हुए।
    • झारखंड के बोकारो के तुपकडीह स्टेशन के पास मालगाड़ी हाल ही डिरेल हुई है।