निजी कंपनी ने नई बसों को लेकर ऐसा क्या किया जो विभाग को हो रहा लाखों का नुकसान? यात्री भी परेशान
रायबरेली में परिवहन निगम की दो नई बसें निजी कंपनी की लापरवाही से महीनों से बंद हैं, जिससे यात्रियों को असुविधा हो रही है और विभाग को राजस्व का नुकसान हो रहा है। हरियाणा की एक कंपनी को मरम्मत का काम सौंपा गया था, लेकिन उनकी लापरवाही के कारण बसें डिपो में खड़ी हैं। विभाग ने कंपनी को पत्र लिखकर स्थिति स्पष्ट करने को कहा है।

जागरण संवाददाता, रायबरेली। परिवहन निगम डिपो के अंतर्गत संचालित की जाने वाली दो नई बसों का संचालन एक निजी कंपनी की लापरवाही के चलते महीनों से ठप पड़ा है। पहली बस 22 अगस्त 2025 से आयशर वाहन नंबर यूपी 78 एलएन 6422 और दूसरी बस 8 अक्टूबर 2025 से आयसर बस यूपी 78 एलएन 9639 अब तक संचालित नहीं हो सकी है। इससे न केवल यात्रियों को असुविधा हो रही है, बल्कि परिवहन विभाग को भी राजस्व की भारी क्षति उठानी पड़ रही है।
इन बसों की मरम्मत का जिम्मेदारी हरियाणां के गुणगांव की एक निजी कंपनी को सौंपी गई थी। लेकिन कंपनी की लापरवाही और उदासीनता के कारण बसों का संचालन शुरू नहीं हो पाया। जबकि दोनों बसें तकनीकी मरम्मत न होने पर उन्हे डिपो में खड़ा किया गया हैं और उन्हें यात्रियों की सुविधा के लिए विभिन्न मार्गों पर चलाने की योजना बनाई गई थी।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इस स्थिति से न केवल विभागीय आय प्रभावित हुई है, बल्कि आमजन को भी लगातार असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। परिवहन विभाग ने संबंधित संस्था को पत्राचार किया है। क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी का कहना है कि दो बसों का संचालन हरियाणा के गुणगांव की एक कंपनी के कर्मचारियों को मरम्मत हेतु आना था लेकिन उनके न पहुंचने पर बस डिपो में खड़ी है। जिस संदर्भ में कंपनी को पत्राचार भी कर दिया गया है।

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