तो रेलवे स्टेशन से संचालित होता है सेक्स रैकेट
रायबरेली : रायबरेली रेलवे स्टेशन पर जिस्मफरोशी का धंधा होता है। भीख मांगने से महत्वाकांक्षाएं पूरी
रायबरेली : रायबरेली रेलवे स्टेशन पर जिस्मफरोशी का धंधा होता है। भीख मांगने से महत्वाकांक्षाएं पूरी न होने पर कुछ भिखारियों ने इसे अपना पेशा बना रखा है। वहीं बाहर से आने वाली एक महिला ग्रामीण आंचल की युवतियों को लाकर रैकेट चला रही है। इस सच को जीआरपी के अधिकारियों ने भी दबी जुबान कबूल किया है। स्थानीय रेलवे स्टेशन पर तकरीबन एक सैकड़ा भिखारी रहते हैं। सुपर मार्केट में समाजसेवी संगठन द्वारा रोज रात को मुफ्त खाना बांटा जाता है। ये भिखारी रात का खाना यहीं खाते हैं और वापस आकर स्टेशन पर ही सो जाते हैं। फिर से सुबह से देर शाम तक लोगों को अपना दर्द बताकर भीख मांगने का व्यवसाय होता है। भीख में मिलने वाली रकम से कुछ महत्वकांक्षी महिला व पुरुष भिखारियों का खर्चा नहीं चल पाता। इनमें नशे के शौकीन सबसे ज्यादा हैं। स्टेशन परिसर में ही रिक्शे वाले व दूर दराज से आए श्रमिक भी कभी-कभी रात गुजारते हैं। इन लोगों से रिश्ता बनाने के लिए कम पैसों में ही सौदा तय हो जाता है। ये सिलसिला लंबे अर्से से चल रहा है। ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी जीआरपी को नहीं होगी, बावजूद इसके कभी इनके खिलाफ न तो कोई मुकदमा लिखा गया और न ही कोई ठोस कार्रवाई ही की गई। शायद यही वजह रही कि एक श्रमिक तबके के युवक ने मासूम बच्ची की इज्जत तार-तार कर दी।
दूसरी बात, जो सबसे ज्यादा चर्चा में है, वो ये कि ग्रामीण आंचल से एक महिला निश्चित तारीखों में देर रात स्टेशन पर आती है। 11 बजे के बाद उसका धंधा शुरू होता है। महज पांच सौ से हजार रुपए में गांव की लड़कियां उपलब्ध कराई जाती हैं। ये रैकेट बहुत ही गुपचुप तरीके से संचालित होता है। इस रैकेट के बारे में स्टेशन के आसपास क लोगों को सूचना तो है लेकिन कब और कैसे डी¨लग होती है, इसकी पुख्ता जानकारी नहीं हैं। दीगर बात ये है कि स्टेशन परिसर में संचालित हो रहे जिस्मफरोशी को लेकर भी खाकी ने सुरागकशी करने की कोशिश करना तक उचित नहीं समझा है।
सीओ बोले
जिस्मफरोशी की बात आरोपित महिला से पूछताछ के दौरान सामने आई। स्टेशन पर अब कोई भी भिखारी न टिके, इसके लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। कहीं संदेहास्पद परिस्थितियां मिलने पर तुरंत कार्रवाई को कहा गया है।
आरडी यादव, क्षेत्राधिकारी जीआरपी ठोस कार्रवाई जरूरी
स्टेशन पर आपराधिक तत्वों का जमावड़ा रहता है। जिस्मफरोशी को लेकर रात होते ही अराजकतत्व स्टेशन पर जमा हो जाते हैं, जो कि ट्रेन पकड़ने आई महिला यात्रियों के साथ भी छेड़छाड़ व अभद्र व्यवहार करते हैं। इनके खिलाफ ठोस कार्रवाई होनी चाहिए। वा¨शग लाइन में खाली खड़े डिब्बे भी इन नशाखोरों और जिस्मफरोशी करने वालों के लिए सबसे मुफीद बने हुए हैं। पुलिस की लापरवाही से स्टेशन परिसर में अपराध बढ़ रहा है।
आशीष द्विवेदी, अध्यक्ष व्यापार मंडल

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