Vishwa Hindu Parishad : हिंदू समाज को एकजुट करने में जुटा विहिप, प्रबुद्धजनों का सहयोग लेगी प्रबुद्ध टोली
विहिप हिंदू समाज को संगठित करने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए वर्ग जाति और संप्रदायों के बीच भेदभाव मिटाने के प्रयास किए जा रहे हैं। विहिप गो रक्षा धर्म प्रचार और बजरंग दल जैसे आयामों के साथ सक्रिय है। काशी प्रांत में लगभग 2000 लोगों की सूची तैयार की गई है।

अमलेन्दु त्रिपाठी, प्रयागराज। विश्व हिंदू परिषद (हिंदू) हिंदू समाज को संगठित करने में जुटा है। वर्ग, जाति के साथ अलग अलग मत, पंथ और संप्रदाय के लोगों के बीच से विभेद मिटाने के लिए बड़े प्रयास शुरू किए गए हैं। इसमें उच्च शिक्षित वर्ग के लोगों की मदद ली जा रही है।
शिक्षक व समाज के चिंतक वर्ग को इस दिशा में विशेष रूप से बढ़ाया जा रहा है। वे सनातन के उन तंतुओं को खोज रहे हैं जो मत, पंथ व संप्रदाय के भेद के बावजूद एकीकरण की राह दिखाते हों। प्रत्येक जिले से ऐसे प्रबुद्धजनों की सूची तैयार की जा रही है तो धर्म, संस्कृति व समाज के अलग अलग पहलुओं की समझ रखते हों। ऐसे साहित्य तैयार करने व प्राचीन ग्रंथों के संदर्भ खोजने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है जो एकता के मार्ग को प्रशस्त करते हों।
विहिप ने गो रक्षा, धर्म प्रचार, बजरंग दल, दुर्गा वाहिनी सहित अपने सभी आयामों के लोगों को इस दिशा में सक्रिय किया है। वे विशेष संपर्क अभियान चला रहे हैं। धर्म प्रचार, आचार्य संपर्क मठ जैसे आयाम भी सक्रिय हैं। अब तक काशी प्रांत में करीब 2000 लोगों की सूची संगठन ने तैयार कर ली है।
विभिन्न व्यापार मंडलों के अध्यक्ष, मजदूर संघ के प्रमुख, शिक्षक, चिकित्सकों की टोली भी बनाई गई है। कुल 22 संगठन आत्मक जिलों में प्रबुद्धजनों को जोड़ रहे हैं। इंटरनेट मीडिया के अलग अलग प्लेटफार्म से भी जोड़ा जा रहा है। यह कदम विचार प्रवाह के लिए उठाया गया है।
इस समूह का नाम भी विचार प्रवाह है। इसमें केंद्र से लेकर प्रखंड, जिले व गांव तक के लोग सक्रिय हैं। विहिप के प्रांत संगठन मंत्री नितिन कहते हैं कि सिख, बौद्ध, जैन समाज के लोग भी सनातनी हिंदू हैं। उनके धर्म गुरु हिंदू समाज को संरक्षित और समृद्ध करने के लिए उस पंथ की ओर अग्रसर हुए। इस बात को लोगों के बीच ले जाना है। उन्हें एहसास कराना है कि उनके मूल में हिंदू है। इससे जुड़े साहित्य को भी सब के समक्ष रखा जा रहा है।
इसी तरह वाल्मीकि, रविदास जैसे पंथ के अनुयायियों को भी मूल धारा से जोड़ा जा रहा है। इसका प्रमुख उद्देश्य वैश्विक चुनौतियों का सामना करना व देश को विश्व गुरु बनाना है।
कारपोरेट जगत भी हिंदू संस्कृति के लिए खड़े कर रहा चुनौती
विहिप काशी प्रांत अध्यक्ष कवींद्र प्रताप सिंह कहते हैं कि इस्लाम और ईसाइयत के साथ कारपोरेट जगत भी धर्म संस्कृति के लिए चुनौती खड़ी कर रहा है। खासकर हिंदू संस्कृति के लिए जगह जगह सवाल खड़े किए जाते हैं। उनके प्रभाव को गलत तरीके से व्याख्यायित किया जाता है। प्रबुद्धजन सचेतक के रूप में कार्य करेंगे। अभियान में शामिल शिक्षक, शोधार्थी अतीत की चीजों को स्वस्थ मानसिकता के साथ व्याख्यायित करेंगे। आवश्यकता के अनुसार विषयवस्तु की पुष्टि के लिए धर्मगुरुओं की मदद लेंगे। समाज के मान बिंदुओं की रक्षा को लेकर बढ़ते हुए शांति, एकात्मता, पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य, परिवार की एकता जैसे विचारों को भी विस्तार दिया जाएगा। इस कार्य में यूट्यूबर्स, इन्फ्लुएंसर आदि की भी मदद ली जाएगी।
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