Prayagraj News: झुग्गी-झोपड़ियों में बिजली विभाग ने मारा छापा, अंदर का नजारा देख दंग रह गए अधिकारी
प्रयागराज के शास्त्री नगर में बिजली विभाग ने ऑपरेशन हीटर के तहत झुग्गी-झोपड़ियों पर छापा मारा। टीम ने 36 हीटर जब्त किए और बिजली चोरी के आरोप में एफआईआर दर्ज की। क्षेत्र में अवैध रूप से एलटी लाइन से कटियामारी की जा रही थी। मुख्य अभियंता ने बताया कि बिजली चोरी में शामिल लोगों की जांच की जा रही है और दोषियों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। शास्त्री नगर स्थित झुग्गी झोपड़ी में उप्र पावर कारपोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों ने मंगलवार रात आपरेशन हीटर अभियान के तहत छापेमारी की। इससे वहां रहने वाले लोगों में अफरातफरी मच गई।
टीम ने 36 झुग्गी झोपड़ी से हीटर बरामद किया, जबकि अन्य तारों को खींचकर हीटर लेकर पीछे के रास्ते से भाग निकले। हीटरों को जब्त करते हुए सभी के खिलाफ बिजली चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। साथ ही मुख्य अभियंता राजेश कुमार आदि अधिकारियों को जानकारी दी गई।
झुग्गी झोपड़ी में 100 से अधिक परिवार रहते हैं। यहां किसी ने कनेक्शन नहीं ले रखा है। सीधे एलटी लाइन से कटियामारी की जाती है। उप्र पावर कारपोरेशन लिमिटेड की टीम कई बार यहां पहुंची, लेकिन उसके यहां पहुंचने से पहले कटिया हटा दी जाती।
मंगलवार देर रात करैलाबाग एसडीओ राजवीर सिंह कटारिया को पता चला कि झुग्गी झोपड़ी में बड़े पैमाने पर कटियामारी की गई है। अधीक्षण अभियंता भरत सिंह, अधिशासी अभियंता मीतरंजन को सूचना देते हुए उपखंड अधिकारी टीम के साथ यहां पहुंचे और छापेमारी की।
शास्त्री नगर स्थित झुग्गी झोपड़ी से बरामद तार, इसी से की गई थी कटियामारी। सौजन्य: विभाग
इससे यहां रहने वाले एलटी लाइन पर लगाई गई कटिया को खींचने लगे। 36 लोगों को मौके पर ही पकड़ लिया गया, जबकि अन्य भाग निकले। तारों को जब्त करते हुए झोपड़ियों में टीम पहुंची तो देखा कि हीटर पर खाना बनाया जा रहा था। 36 हीटर को जब्त कर लिया गया। तारों को भी टीम ने ट्राली पर लदवाया। इसकी वीडियोग्राफी कराई गई। सभी के नाम व पते लिखे गए और फिर एफआइआर कराई गई।
संलिप्तता मिलने पर होगी कार्रवाई
झुग्गी झोपड़ी में कटियामारी ऐसे ही नहीं हो रही थी। इसके पीछे कुछ सफेदपोशों का हाथ है। जिनके शह पर बिजली चोरी का यह पूरा खेल चल रहा था। मुख्य अभियंता राजेश कुमार का कहना है कि उन लोगों का भी पता लगाया जा रहा है, जिनके शह पर यह सब चल रहा था।
नाम सामने आने पर उच्चाधिकारियों को बताया जाएगा और जो भी निर्देश मिलेगा, उसके मुताबिक कार्रवाई होगी। इसके अलावा विभाग के किसी कर्मी की संलिप्तता तो नहीं है, इसकी भी जांच एसडीओ से कराई जा रही है।
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