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    UP TET 2025: तीन गुना तक बढ़ेगी फॉर्म की फीस, परीक्षा की डेट भी घोषित, सेवा चयन आयोग ने की तैयारी

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 12:31 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग यूपी टीईटी परीक्षा शुल्क में बढ़ोतरी करने की तैयारी में है। प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए शुल्क 600 से बढ़कर 1700 रुपये तक हो सकता है। आयोग ने शासन को प्रस्ताव भेजा है जिसमें शुचितापूर्ण परीक्षा आयोजन के लिए अधिक व्यय को कारण बताया गया है। परीक्षा 29 एवं 30 जनवरी को प्रस्तावित है।

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    टीईटी में आवेदन शुल्क बढ़ाकर 1700 रुपये करने की तैयारी

    अवधेश पाण्डेय, प्रयागराज। प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों की शिक्षक भर्ती के लिए अनिवार्य शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के आवेदन का शुल्क उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग बढ़ाएगा। अभी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर की टीईटी के लिए 600-600 रुपये आवेदन शुल्क निर्धारित है, लेकिन अब इसे 1700-1700 रुपये करने की तैयारी है। 

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    यदि दोनों स्तर की टीईटी में सम्मिलित होना है तो कुल मिलाकर 3400 रुपये शुल्क जमा करना होगा। इसका प्रस्ताव शिक्षा सेवा चयन आयोग ने स्वीकृति के लिए शासन को भेजा है। 

    शासन के कारण पूछने पर आयोग ने शुचितापूर्ण परीक्षा आयोजन के लिए जून में जारी शासनादेश के अनुसार व्यवस्था बनाने में अधिक व्यय का कारण बताते हुए जवाब भेज दिया है।

    प्रदेश के विभिन्न भर्ती आयोग/चयन बोर्ड की चयन प्रक्रिया को शुचितापूर्ण ढंग से संपन्न कराने के संबंध में शासन ने 19 जून 2024 को जारी शासनादेश में विस्तृत दिशा-निर्देश दिए हैं। 

    इस शासनादेश के क्रम में शिक्षा आयोग ने वर्ष 2022 की लंबित असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा 16 एवं 17 अप्रैल-2025 को कराई, जिसमें अधिक धनराशि खर्च हुई। इसके आवेदन पूर्व में लिए गए थे। 

    जनवरी 2026 को होगी परीक्षा

    आयोग को अब यूपीटीईटी का भी आयोजन कराना है और यह परीक्षा 29 एवं 30 जनवरी 2026 को आयोजित करने की घोषणा आयोग पूर्व में ही कर चुका है। इसके लिए आवेदन लिए जाने हैं, इसलिए आयोग ने इसमें आवेदन शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा है। 

    इसके पीछे कारण बताया है कि शासनादेश के अनुसार परीक्षा प्रणाली के लिए एकीकृत एजेंसी के साथ-साथ पृथक-पृथक एजेंसी का चयन कर कार्य आवंटित किया जाना है, न कि संपूर्ण कार्य पूर्व की तरह एक ही एजेंसी को दिया जाना है। 

    इस तरह चार एजेंसी चयनित की जाएंगी, जिसमें एक एजेंसी प्रश्नपत्र तैयार करने के बाद उसे छपवाकर सभी जिलों के कोषागार तक पहुंचाएगी। दूसरी एजेंसी परीक्षा संपन्न कराने के क्रम में प्रश्नपत्र को कोषागार से परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने के साथ केंद्र की समस्त व्यवस्था सुनिश्चित करेगी और परीक्षा संपन्न होने पर ओएमआर शीट को आयोग तक पहुंचाएगी। 

    तीसरी एजेंसी का कार्य परीक्षा केंद्र पर सुरक्षा व्यवस्था बनाने का होगा। चौथी एजेंसी आयोग परिसर में ही ओएमआर शीट स्कैन कराकर परीक्षा का स्कोर आयोग को देगी। इस प्रक्रिया में व्यय अधिक बढ़ जाएगा, जिसके कारण शुल्क बढ़ाने की तैयारी की गई है।