UP Budget 2025: युवाओं ने बजट को बताया डिजिटल युग का मार्गदर्शक, छात्रों के लिए हैं कई तोहफे
राज्य सरकार ने इस बजट में शिक्षा कौशल विकास विज्ञान और तकनीकी नवाचारों पर विशेष ध्यान दिया है। बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए युवाओं ने कहा कि यह बजट तकनीकी शिक्षा डिजिटल इंडिया स्टार्टअप्स और रोजगार के नए अवसरों के लिए एक मजबूत नींव प्रदान करता है। हालांकि इसकी सफलता जमीनी स्तर पर योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर निर्भर करेगी।

जागरण संवाददाता, महाकुंभ नगर। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट न केवल प्रदेश के आर्थिक और बुनियादी ढांचे को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह युवाओं के लिए रोजगार, स्टार्टअप्स और तकनीकी शिक्षा के नए अवसर भी लेकर आया है।
राज्य सरकार ने इस बजट में शिक्षा, कौशल विकास, विज्ञान और तकनीकी नवाचारों पर विशेष ध्यान दिया है। बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए युवाओं ने कहा कि यह बजट तकनीकी शिक्षा, डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप्स और रोजगार के नए अवसरों के लिए एक मजबूत नींव प्रदान करता है।
ये योजनाएं शामिल
हालांकि, इसकी सफलता जमीनी स्तर पर योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर निर्भर करेगी। यदि यह बजट सही तरीके से लागू किया गया, तो उत्तर प्रदेश देश का प्रमुख तकनीकी और औद्योगिक राज्य बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ सकता है। मुझे खुशी है कि सरकार ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर सुरक्षा अनुसंधान पार्क जैसी योजनाओं को शामिल किया है।
डिजिटल स्किल्स और स्टार्टअप कल्चर बहुत जरूरी
आज के दौर में डिजिटल स्किल्स और स्टार्टअप कल्चर बहुत महत्वपूर्ण हैं। स्टार्टअप्स को सीड फंड और इनक्यूबेटर सपोर्ट जैसी योजनाएं नए उद्यमियों के लिए वरदान साबित होंगी। अगर सरकार इसे ठीक से लागू कर पाती है तो यह उत्तर प्रदेश को एक तकनीकी केंद्र बना सकता है। - विधि सिंह, छात्रा इलाहाबाद विश्वविद्यालय
स्मार्ट कक्षाओं के लिए 110 करोड़ की व्यवस्था
तकनीकी शिक्षा को लेकर बजट में जो प्रावधान किए गए हैं, वे युवाओं को स्किल्ड वर्कफोर्स बनाने में मदद करेंगे। पॉलीटेक्निक कॉलेजों में प्रयोगशालाओं और स्मार्ट कक्षाओं के लिए बजट में 110 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है, जिससे विद्यार्थियों को प्रायोगिक ज्ञान मिलेगा। साथ ही, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) में 1.90 लाख से अधिक सीटें उपलब्ध कराना एक सकारात्मक कदम है। - अलंकृता शुक्ला, छात्रा- इलाहाबाद विश्वविद्यालय
उत्तर प्रदेश को स्टार्टअप हब बना सकता है इनक्यूबेटर सपोर्ट
युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना औद्योगिक और व्यावसायिक कौशल विकसित करने में मददगार होगी। बजट में 1.10 करोड़ नौकरियां देने का लक्ष्य रखा गया है, जो युवाओं के लिए बेहद उत्साहजनक है। सरकार द्वारा स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए बीज कोष और इनक्यूबेटर सपोर्ट का प्रावधान किया गया है। अगर इसे सही तरीके से लागू किया जाए, तो यह उत्तर प्रदेश को स्टार्टअप हब बना सकता है। - इशिका अग्रहरि - छात्रा इलाहाबाद विश्वविद्यालय
मेधावी छात्राओं को मिलेगी स्कूटी
"महिलाओं के लिए रानी लक्ष्मीबाई स्कूटी योजना के तहत 400 करोड़ का प्रावधान किया गया है, जिससे मेधावी छात्राओं को स्कूटी मिलेगी। यह कदम महिला शिक्षा को बढ़ावा देने और उनकी आत्मनिर्भरता को मजबूत करने के लिए बेहद जरूरी है। महिलाओं के लिए 47 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में महिला शाखाएं संचालित की जा रही हैं, जिससे वे भी तकनीकी रूप से सक्षम बन सकेंगी। - अमृता, विधि छात्रा, इलाहाबाद विश्वविद्यालय
परियोजनाओं को पुनर्जीवित करने की योजना
बजट में साइंस सिटी, साइंस पार्क और प्लेनेटेरियम जैसी परियोजनाओं को पुनर्जीवित करने की योजना है, जिससे छात्रों को वैज्ञानिक प्रयोगों और नवाचारों को समझने का मौका मिलेगा। आगरा और वाराणसी में साइंस सिटी के लिए 30 करोड़ का प्रावधान किया गया है। यह विज्ञान को लोकप्रिय बनाने और छात्रों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने का सराहनीय प्रयास है। - आयुष राय विधि, छात्र- इलाहाबाद विश्वविद्यालय
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