Udyam Registration: यूपी वासियों के लिए अच्छी खबर! इकाई लगाने के लिए दौड़-भाग की जरूरत नहीं, ऐसे करें आवेदन
छोटी-बड़ी इकाई लगाने के लिए वर्तमान में कौन सी योजनाएं चल रही हैं। इसमें लोगों को लोन और सब्सिडी मिल सकती है। इसके लिए उन्हें क्या करना होगा। बंद इकाइयों को शुरू करने के लिए क्या प्रयास हो रहे हैं। इकाइयों के संचालन के लिए कच्चा मैटेरियल कहां से उपलब्ध हों। इसी तरह के तमाम सवाल को दैनिक जागरण के प्रश्न पहर में गुरुवार को लोगों ने किए।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। छोटी-बड़ी इकाई लगाने के लिए वर्तमान में कौन सी योजनाएं चल रही हैं। इसमें लोगों को लोन और सब्सिडी मिल सकती है। इसके लिए उन्हें क्या करना होगा। बंद इकाइयों को शुरू करने के लिए क्या प्रयास हो रहे हैं। इकाइयों के संचालन के लिए कच्चा मैटेरियल कहां से उपलब्ध हों। इसी तरह के तमाम सवाल को दैनिक जागरण के प्रश्न पहर में गुरुवार को लोगों ने किए।
जिला उद्योग केंद्र के उपायुक्त शरद टंडन ने लोगों की समस्याओं का समाधान किया। उन्होंने कहा कि इकाई लगाने के लिए प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा रोजगार योजना और ओडीओपी में ऑनलाइन आवेदन करें। इसके लिए लोन मुहैया कराया जाएगा। पूरी व्यवस्था ऑनलाइन है, इसलिए कार्यालय आने और बिचौलियों के चंगुल में फंसने की कोई आवश्यकता नहीं है। ऑनलाइन व्यवस्था के तहत सब कुछ पारदर्शी है।
यह भी पढ़ें: UP Bijli Vibhag: यूपी बिजली विभाग का नया नियम दूर कर देगा बिल की समस्या, झंझट से बचने के लिए अपनाएं ये तरीका
बाजार में सर्वे कर शुरू करें काम
कोई भी नया उद्यम शुरू करने से पहले बाजार में यह पता लगाना बेहद जरूरी होता है कि लोगों की मांग क्या है। जिस चीज की फैक्ट्री लगाने जा रहे हैं, उसका कच्चा मैटेरियल कहां से आएगा। इसलिए नया उद्यम शुरू करने से पहले एक-एक बिंदु के बारे में पता करना आवश्यक है, तभी सफलता हाथ लगेगी।
25 प्रतिशत मिलती है सब्सिडी
लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा योजनाएं चलाई जा रही हैं। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा रोजगार योजना और ओडीओपी के तहत कोई भी व्यक्ति आवेदन कर सकता है। इसके तहत बैंकों द्वारा जो लोन दिया जाता है, उसमें 25 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है।
बैंक नियमों को पूरा करना जरूरी
कई लोगों ने बैंकों से लोग न देने की बात कही, जिस पर उपायुक्त उद्योग शरद टंडन ने कहा कि कोई भी बैंक लोन देने से इन्कार नहीं कर सकता। हां, अगर कोई बैंकों के बनाए गए नियमों को पूरा नहीं करता तो उसे लोन नहीं दिया जाता है। पांच लाख तक के लोन पर बैंकों द्वारा ऋणदाता को काफी राहत भी दी जाती है।
कई छोटी इकाइयां हैं लाभकारी
कई छोटी इकाइयों को लगाकर लोग अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। जिले में दोना-पत्तल, आटा चक्की, सब्जी मसाला आदि की इकाइयों की कमी है। अभी अगर इसकी इकाइयां स्थापित हो जाएंगी तो महाकुंभ 2025 में काफी फायदेमंद साबित होंगी।
यह भी पढ़ें: Deoria Murder: देवरिया नरसंहार केस में CM योगी की बड़ी कार्रवाई, SDM, तहसीलदार और कोतवाल सहित 12 निलंबित
दो तरह की होती है इंडस्ट्री
इंडस्ट्री दो तरह की हैं। सरकार से संबंधित और निजी इकाई। जो स्वयं इकाई लगा रहे हैं, वह चला रहे हैं। सरकारी इंडस्ट्री में सरकार के स्तर पर ही कोई निर्णय लिया जाता है। लाकडाउन में जो इकाई बंद हो गई थी, वह शुरू हो गई है। आइटीआइ में भी सोलर संबंधी काम शुरू हो गया है।
इन्होंने पूछे सवाल
एसके मालवीय (रेरा, जसरा), विमल कुमार (कौड़िहार), रोशन यादव (सोरांव), मोनू (जैतवारडीह), दारा सिंह (खिजिरपुर), शारदा (मलावां), पंकज कुमार (फूलपुर), अंकित कुमार (मेजा), जगत बहादुर (शिवराजपुर), निशा (मलाक हरहर) नरेश चंद्र निषाद (झूंसी), अजय भूषण त्रिपाठी (गोहरी), सत्य प्रकाश मिश्र (चाका), भोलानाथ पाल (ट्रांसपोर्ट नगर), उपेंद्र यादव (बमरौली), जितेंद्र कुमार (छिवकी नैनी), अखिलेश गौतम (आदर्श नगर भावापुर), जितेंद्र शुक्ल (शिवकुटी), सुधीर राज (सिविल लाइंस), विनोद शर्मा (मीरापुर), प्रदीप (करेली), कन्हैया (प्रयाग स्टेशन), नरोत्तम तिवारी (सलोरी), रंग बहादुर (जार्जटाउन),।
इन पर करें ऑनलाइन आवेदन
PMEGP : www.kviconline.gov.in/pmegpeportal
MYSY and ODOP: www.diupmsme.upsdc.gov.in
MSME Registration: www.udyamregistration.gov.in

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।