TGT-PGT परीक्षा बार-बार टलने से प्रतियोगी नाराज, आयोग की अध्यक्ष के इस्तीफे के बाद अब किसे हटाने की कर रहे मांग?
प्रतियोगियों में उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के TGT PGT भर्ती-2022 की परीक्षा तिथि बार-बार घोषित करने के बाद भी परीक्षा न होने से निराशा है। प्रतियोगी परीक्षा नियंत्रक को हटाने और भर्ती परीक्षाएं जल्द कराने की मांग कर रहे हैं जिसके लिए वे आंदोलन की तैयारी में हैं।

राज्य ब्यूरो, प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग द्वारा प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी), प्रवक्ता संवर्ग (पीजीटी) भर्ती-2022 की परीक्षा के लिए तिथि चार-चार बार घोषित करने के बावजूद परीक्षा न कराने से प्रतियोगियों ने निराशा और गुस्सा दोनों है।
इसके अलावा विज्ञापन संख्या-51 की 910 पदों की असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा की बिना फाइनल उत्तरकुंजी जारी किए परिणाम घोषित किए जाने से आयोग की कार्यशैली पर प्रश्न उठाए गए हैं। आयोग की अध्यक्ष के इस्तीफा देने के बाद प्रतियोगी अब परीक्षा नियंत्रक देवेन्द्र प्रताप सिंह को हटाने की मांग कर रहे हैं।
इन्हें हटाने एवं भर्ती परीक्षाएं जल्द कराने की मांग को लेकर प्रतियोगी बड़ा आंदोलन करने की तैयारी में हैं। प्रतियोगियों की शनिवार को हुई बैठक में प्रतियोगी छात्र प्रतिनिधिमंडल के शीतला प्रसाद ओझा ने कहा कि आयोग ने लंबित भर्ती परीक्षाएं न कराकर प्रतियोगियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है।
असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती की लंबित जो लिखित परीक्षा कराई, उसका परिणाम बिना फाइनल उत्तरकुंजी जारी किया जाना अभ्यर्थियों के साथ अन्याय है। आयोग की इस कार्यशैली से शिक्षक भर्तियों की तैयारी कर रहे प्रतियोगियों का मानसिक उत्पीड़न हो रहा है।
आयोग में कार्यरत दोनों उपसचिवों को भी हटाने की मांग की गई है। वर्ष 2022 की एडेड माध्यमिक विद्यालयों की प्रवक्ता भर्ती की परीक्षा तिथि जल्द घोषित करने, परीक्षाएं पारदर्शिता के साथ कराए जाने की मांग भी उठी।
मांगों के लिए प्रतियोगियों ने सड़क पर उतरकर आंदोलन का निर्णय लिया है। बैठक में विशाल सिंह, आलोक सिंह ,आशुतोष मिश्रा, संदीप कुमार, सचिन शुक्ला, चंद्रभूषण पटेल, अंशु सिंह, सुनील पांडेय आदि सम्मिलित रहे।
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