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    एक लाख प्रश्नों के बैंक से पेपर तैयार करेगा SSC, कंप्यूटर आधारित परीक्षा में 5 मिनट पहले दिखाई देंगे क्वेश्चन

    Updated: Sun, 19 Oct 2025 08:27 PM (IST)

    कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) ने परीक्षा प्रणाली को उन्नत करते हुए एक लाख से अधिक प्रश्नों का डिजिटल प्रश्न बैंक तैयार किया है। विशेष एल्गोरिदम के जरिए कम मानवीय हस्तक्षेप के साथ प्रश्नपत्र तैयार होंगे, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी होगी और पेपर लीक की आशंका खत्म हो जाएगी। कंप्यूटर आधारित परीक्षा में प्रश्न अभ्यर्थी को पांच मिनट पहले दिखेंगे। इस व्यवस्था का कुछ परीक्षाओं में सफल उपयोग हो चुका है।  

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    राज्य ब्यूरो, प्रयागराज। कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) ने अपनी परीक्षा प्रणाली को नया रूप देते हुए एक लाख से अधिक प्रश्नों वाला डिजिटल प्रश्न बैंक तैयार कर लिया है। खास बात यह है कि अब परीक्षा के प्रश्नपत्र तैयार करने के लिए विशेष एल्गोरिदम तैयार किए गए हैं, जो सीमित मानवीय हस्तक्षेप से तय कर सकेंगे कि परीक्षा में कौन से प्रश्न आएंगे।

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    यानी पूरी प्रक्रिया तकनीक के हवाले कर दी गई है। इससे परीक्षा प्रक्रिया पारदर्शी होने के साथ पेपर लीक की आशंका भी समाप्त हो गई है। कंप्यूटर आधारित परीक्षा में पांच मिनट पहले प्रश्न अभ्यर्थी को ही दिखाई देंगे। इस व्यवस्था का पिछली कुछ परीक्षाओं में उपयोग भी किया गया है, जो काफी सफल रहा है।

    पहले क्या थी व्यवस्था?

    पारंपरिक व्यवस्था में जहां प्रश्नपत्र विशेषज्ञों द्वारा चयनित और सेट किए जाते थे, वहीं अब पूरे प्रश्नपत्र की प्रक्रिया में विशेष एल्गोरिदम का प्रयोग किया गया है। प्रश्न बैंक से प्रश्नों का चयन, प्रश्नों के क्रम (सीरियल नंबर) का निर्धारण और विकल्पों की क्रम व्यवस्था, ये सभी प्रक्रियाएं एआइ से निगरानी के आधीन रहेंगी। इससे प्रश्नपत्र लीक होने की संभावनाएं न्यूनतम हो जाएंगी क्योंकि अब कोई भी व्यक्ति पहले से प्रश्नपत्र तक पहुंच नहीं बना सकेगा। यानी एक लाख से अधिक प्रश्नों में से किन प्रश्नों से प्रश्नपत्र तैयार किया गया है। यह किसी को नहीं पता होगा।

    प्रश्नपत्रों का सीरियल नंबर और विकल्प भी उलट-पुलट हो जाएंगे। यानी प्रश्नपत्र सीरीज में प्रश्न समान होंगे पर हर परीक्षार्थी के लिए प्रश्नों और विकल्पों का क्रम बदला होगा। परीक्षकों की भूमिका प्रश्नपत्र तैयार करने तक और एसएससी के तकनीकी स्टाफ की भूमिका प्रश्न को प्रश्न बैंक में अपलोड करने तक सीमित रहेगी।

    इसके बाद सारा कार्य कंप्यूटर आधारित प्रणाली करेगी। प्रश्नों का विश्लेषण, कठिनाई स्तर, विषयानुसार संतुलन और प्रतियोगी मानकों को ध्यान में रखते हुए प्रश्नपत्र तैयार होंगे। किसी भी परीक्षा में प्रयोग किए गए प्रश्न स्वतः प्रश्न बैंक से हटा दिए जाएंगे। इससे दोहराए गए प्रश्नों की आशंका समाप्त हो जाएगी। साथ ही परीक्षाओं की गोपनीयता और विविधता बनी रहेगी।

    साइबर सुरक्षा के उन्नत स्तर पर सुरक्षित है प्रश्नबैंक

    एसएससी मध्य क्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक आशीष कुमार श्रीवास्तव के अनुसार डिजिटल प्रश्न बैंक को एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन, मल्टी-लेयर सर्वर सिक्योरिटी, रियल टाइम मानिटरिंग सिस्टम और साइबर हमलों से बचाव की विशेष तकनीकों से युक्त किया गया है। आयोग के अनुसार डाटा सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है और पूरे सिस्टम की नियमित रूप से सुरक्षा जांच भी होगी। पूरी प्रणाली में कोई सेंध भी नहीं लगा सकेगा।