प्रयागराज-वाराणसी मार्ग पर स्थित शास्त्री पुल के मरम्मतीकरण का कार्य रुका, अब माघ मेला के बाद शुरू होगा काम
प्रयागराज और वाराणसी को जोड़ने वाले शास्त्री पुल की मरम्मत का काम माघ मेला के बाद शुरू होगा। पहले यह कार्य नवंबर में होना था, लेकिन मेला की तैयारियों को देखते हुए इसे स्थगित कर दिया गया है। पुल से रोजाना 50-60 हजार वाहन गुजरते हैं और ओवरलोडिंग के कारण पुल की सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है। मेलाधिकारी ने बताया कि पुल का काम शुरू होने से मेले के काम में बाधा आएगी।

प्रयागराज में शास्त्री पुल की अब दो नवंबर से नहीं होगी मरम्मत, माघ मेला कार्य प्रभावित न हो, इसके लिए तीन माह अवधि बढ़ाई गई।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। प्रयागराज को वाराणसी और गोरखपुर से जोड़ने वाले मार्ग पर गंगा नदी पर स्थित शास्त्री पुल का मरम्मतीकरण का काम रोक दिया गया है। अब माघ मेला के बाद फरवरी 2026 में किया जाएगा। माघ मेला की तैयारी प्रभावित न हो, इसके चलते पुल का मरम्मतीकरण तीन माह के लिए स्थगित किया गया है।
तीन नवंबर से शास्त्री पुल की होनी थी मरम्मत
पहले तीन नवंबर से पुल का मरम्मतीकरण लोक निर्माण विभाग की ओर से प्रस्तावित था। प्रयागराज को वाराणसी सहित पूर्वांचल के अन्य शहरों को जोड़ने का मुख्य मार्ग शास्त्री पुल है। इस पुल से 50 से 60 हजार छोटे बड़े वाहनों का आवागमन होता है।
ओवरलोड वाहनों के आवागमन से पुल की सड़क क्षतिग्रस्त
ओवरलोड वाहनों के अधिक आवागमन के कारण प्रयागराज से वाराणसी जाने वाला रूट पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। फोर लेन शास्त्री पुल की लंबाई 2200 मीटर है। यातायात विभाग की उदासीनता के चलते प्रयागराज से वाराणसी जाने वाले रूट की सड़क तो जर्जर होती ही हे पुल की बेयरिंग भी अक्सर टूट जाती है, जिससे आवागमन प्रभावित हो जाता है।
एक लेन 1 माह के लिए बंद होगा
लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड तीन के अधिशासी अभियंता नवीन शर्मा ने बताया कि पुल की मरम्मत के दौरान एक माह से अधिक समय तक पुल का एक लेन पूरी तरह से बंद किया जाना था। आवागमन बंद होने से मेला का काम प्रभावित होता। इसे ध्यान में रखते हुए फरवरी में मरम्मतीकरण किए जाने की तैयारी की जा रही है।
क्या कहते हैं कुंभ मेलाधिकारी?
कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद का कहना है कि माघ मेला की तैयारी शुरू हो गई है। पीपा पुल, बिजली के पोल, पेयजल के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम चालू होने वाला है। ऐसे में शास्त्री ब्रिज को वन वे कर दिया जाएगा तो मेला का काम प्रभावित होने के साथ राहगीरों को समस्या आएगी। इसे देखते हुए नवंबर से शुरू होने वाला मरम्मतीकरण का काम माघ मेला के बाद कराने को कहा गया है। थोड़ा-बहुत जो काम होगा उसे कुछ दिनों में कर लिया जाएगा।

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