कैंसर–टीबी और वैक्सीन के भविष्य पर मंथन करेंगे 134 विज्ञानी, MNNIT प्रयागराज में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन कल से
मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MNNIT) प्रयागराज में इम्यूनोकान-2025 नामक एक चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेलन में दुनिया भर के 134 वैज्ञानिक भाग लेंगे और प्रतिरक्षा तंत्र से संबंधित बीमारियों जैसे कैंसर, टीबी, एचआईवी और अन्य वायरल रोगों पर विचार-विमर्श करेंगे। इसमें आधुनिक उपचार पद्धतियों और वैक्सीन विकास पर भी चर्चा की जाएगी।

प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन इम्यूनोकान-2025 19 नवंबर से शुरू होगा।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। दुनियाभर में प्रतिरक्षा तंत्र के कमजोर होने से जुड़ी बीमारियों कैंसर, टीबी, एचआइवी तथा उभरते विषाणु जनित रोगों की चुनौती तेजी से बढ़ रही है। ऐसे समय में मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MNNIT) में बुधवार 19 नवंबर से चार दिनों के उस वैश्विक संवाद का केंद्र बनने जा रहा है, जहां विश्व भर के 134 विज्ञानी प्रतिरक्षा विज्ञान की अगली दिशा तय करेंगे।
प्रतिरक्षा तंत्र से प्रभावित होने वाले रोगों के पचार पर विमर्श
भारतीय प्रतिरक्षा विज्ञान समिति का 52वां वार्षिक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन वैज्ञानिक अनुसंधान और भविष्य की स्वास्थ्य-तकनीकों पर केंद्रित रहेगा। प्रतिरक्षा तंत्र से प्रभावित होने वाले रोगों के निदान, उपचार और रोकथाम में विज्ञान ने अब तक क्या प्रगति की है और आने वाले दशक में कौन-सी तकनीकें स्वास्थ्य परिदृश्य बदल सकती हैं। इन्हीं विषयों पर विस्तृत विमर्श होगा।
आधुनिक उपचार पद्धतियों पर होगा मनन
इम्यूनोकान की जानकारी देते हुए निदेशक प्रो. आरएस वर्मा ने कहा कि कैंसर और टीबी जैसी गंभीर बीमारियों में प्रतिरक्षा तंत्र की भूमिका को समझना आज चिकित्सा विज्ञान की सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं में है। सम्मेलन में आधुनिक उपचार पद्धतियों जैसे कार्टिसेल थेरेपी, मेसिनकाइमल स्टेम सेल उपचार और अगली पीढ़ी की वैक्सीन तकनीक पर विशेषज्ञ अपने शोध साझा करेंगे।
ये वैज्ञानिक साझा करेंगे विचार
कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के प्रो. सत्या डांडेकर एचआइवी संक्रमण में श्लेष्मिक प्रतिरक्षा और स्टेम कोशिकाओं की भूमिका पर व्याख्यान देंंगे। इसी तरह स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के प्रो. बाली पुलेंद्रन, आइआइटी बांबे के प्रो. राहुल पुरवार और आइआइटी खड़गपुर के प्रो. सुमन चक्रवर्ती की तकनीकी वार्ताएं भी सम्मेलन का प्रमुख आकर्षण होंगी।
सम्मेलन में 134 वैज्ञानिक प्रस्तुतियां
सम्मेलन में आधुनिक वैक्सीन विकास, सुलभ एवं कम लागत वाली निदान तकनीकें, विषाणुजनित रोगों के लिए उन्नत सेल-थैरेपी, तथा उद्योग–अकादमिक सहयोग जैसे क्षेत्रों पर केंद्रित विशेष सत्र आयोजित होंगे। संयोजक प्रो. अंबक कुमार राय ने बताया कि कुल 134 वैज्ञानिक प्रस्तुतियां, पोस्टर सत्र, तकनीकी व्याख्यान और पुरस्कार-विजेता शोधकर्ताओं के विशेष संबोधन सम्मेलन में होंगे।

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