UP News: संगम एक्सप्रेस में टीटीई ने प्रोफेसर से ली रिश्वत, एक्स पर रेलमंत्री से शिकायत करते ही दो टीटीई निलंबित
प्रयागराज-मेरठ संगम एक्सप्रेस में रिश्वतखोरी का मामला सामने आया है। एक वायरल वीडियो में टीटीई यात्रियों से पैसे लेकर सीट देते हुए दिखाई दिए जिसके बाद दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। कानपुर यूनिवर्सिटी के डॉ. विशाल शर्मा ने टीटीई पर पैसे लेने का आरोप लगाया। रेलवे प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने का आश्वासन दिया है।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। प्रयागराज से मेरठ जाने वाली संगम एक्सप्रेस में रिश्वतखोरी का एक मामला सामने आया है, जिसने रेलवे प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में ट्रेन टिकट परीक्षक (टीटीई) द्वारा यात्रियों से पैसे लेकर सीट देने का खुलासा हुआ है। इस मामले में कानपुर यूनिवर्सिटी के पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष डॉ. विशाल शर्मा ने संगम एक्सप्रेस के टीटीई पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रेलवे ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो कर्मचारियों, सुशील कुमार (सीआईटी) और हितेंद्र सिंह (उप-सीआईटी), को निलंबित कर दिया है।
डॉ. विशाल शर्मा ने बताया कि उन्होंने शनिवार रात प्रयागराज से मेरठ की यात्रा के लिए सामान्य टिकट लिया था और टीटीई से इसे अपग्रेड कर रिजर्व सीट देने का अनुरोध किया।
टीटीई ने पहले उन्हें टरकाया, फिर अन्य यात्रियों की खाली सीटों को भी नियमों के विपरीत मनमाने तरीके से बेचना शुरू कर दिया।
विशाल ने आरोप लगाया कि टीटीई ने उनसे 500 रुपये लिए, लेकिन बाद में जब उन्होंने बताया कि घर जाने का किराया नहीं है तो उसने 300 रुपये लौटा दिए और इटावा से पहले एम-1 कोच में इकोनॉमी क्लास की 33 नंबर सीट दी। इस दौरान न तो कोई रसीद दी गई और न ही टीटीई ने अपनी नेम प्लेट लगाई थी।
विशाल ने रेलवे के पीआरओ से फोन पर शिकायत करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हो सका। इसके बाद उन्होंने एक्स पर वीडियो शेयर कर रेल मंत्री, डीआरएम दिल्ली और प्रयागराज स्टेशन हेड से शिकायत की।
वीडियो में टीटीई और यात्रियों के बीच पैसे के लेनदेन की बातचीत साफ दिख रही है, जिसके बाद रेलवे ने तुरंत कार्रवाई की। डीआरएम रजनीश अग्रवाल ने पुष्टि की कि दोनों कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है।
यह मामला रेलवे में भ्रष्टाचार और नियमों की अनदेखी का गंभीर उदाहरण है। यात्रियों का कहना है कि ऐसी घटनाएं आम हो चुकी हैं, जहां टीटीई बिना रसीद या नियमों का पालन किए सीटें बेचते हैं। रेलवे प्रशासन ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
यात्रा के बाद ट्वीट करने पर सवाल
डाॅ. विशाल शर्मा ने यात्रा पूरी करने के बाद ही इस घटना की शिकायत एक्स पर की, जिससे सवाल उठ रहे हैं। यदि उन्होंने बिना रिजर्व टिकट के यात्रा की, तो रेलवे नियमों के तहत उन्हें जुर्माना देना पड़ सकता था।
रेलवे के नियम कहते हैं कि बिना वैध टिकट या रिजर्वेशन में यात्रा करने पर यात्री को टिकट की लागत के साथ जुर्माना देना होता है। ऐसे में सवाल है कि उन्होंने पैसे देकर सीट मिलने पर तत्काल क्यों शिकायत नहीं की।
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