रेलवे ने टिकट बुकिंग के बदले नियम, महाकुंभ में Entry-Exit से लेकर 13000 ट्रेनों के संचालन तक, पूरा ब्योरा...
Mahakumbh 2025 रेलवे स्टेशनों पर प्रवेश और निकास की व्यवस्था बदल गई है। अब यात्रियों को प्रथम द्वार से प्रवेश मिलेगा और द्वितीय द्वार से बाहर निकलना होगा। महाकुंभ के दौरान टिकटिंग व्यवस्था में श्रद्धालु पहली बार ऑनलाइन अनारक्षित टिकट 15 दिन पहले बुक कर सकेंगे। टिकट रिफंड को लेकर भी समय सीमा बढ़ाकर छह घंटे कर दी गई है।

जागरण संवाददाता, महाकुंभनगर। विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक मेले में ट्रेन का इस्तेमाल करने वाले यात्रियों के लिए रेलवे ने अपने कई नियमों में सुविधाजनक बदलाव कर दिए हैं। महाकुंभ के दौरान टिकटिंग व्यवस्था में श्रद्धालु पहली बार ऑनलाइन अनारक्षित टिकट 15 दिन पहले बुक कर सकेंगे।
इससे पहले 48 घंटे पहले तक ही अनारक्षित टिकट लिया जा सकता था। इसके अलावा, टिकट रिफंड को लेकर समय सीमा बढ़ाकर छह घंटे कर दी गई है। जो पहले तीन घंटे थी। रेलवे स्टेशनों पर प्रवेश और निकास की व्यवस्था बदल गई है। अब यात्रियों को प्रथम द्वार से प्रवेश मिलेगा और द्वितीय द्वार से बाहर निकलना होगा।
यहां से मिलेगा प्रवेश
प्रयागराज जंक्शन समेत छिवकी, नैनी जंक्शन, प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ और सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन पर एक साइड से यात्रियों को प्रवेश मिलेगा और दूसरे साइड से निकास होगा। भीड़ प्रबंधन के लिए उत्तर मध्य रेलवे ने अपने सभी रेलवे स्टेशनों पर रविवार से नई व्यवस्था को लागू कर दिया है।
इन दिनों लागू होगी विशेष व्यवस्था
मुख्य स्नान पर्वों पर भीड़ प्रबंधन के लिए प्रशासन ने इसके लिए अपना रूट मैप भी तैयार कर लिया है। प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, प्रयागराज छिवकी, नैनी स्टेशनों पर मुख्य स्नान पर्व- पौष पूर्णिमा (12 जनवरी), मकर संक्रांति (14 जनवरी), मौनी अमावस्या (29 जनवरी), बसंत पंचमी (तीन फरवरी), माघी पूर्णिमा (12 फरवरी) एवं महाशिवरात्रि (26 फरवरी) पर विशेष व्यवस्था लागू रहेगी।
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15 दिन पहले की जा सकेंगी टिकट की बुकिंग
प्रयागराज मंडल के पीआरओ अमित कुमार सिंह ने बताया कि ऑनलाइन अनारक्षित टिकट की बुकिंग अब पंद्रह दिन पहले भी की जा सकती है। मेले के दौरान यात्रियों की सुरक्षा और उनकी सुगम निकासी के लिए रेलवे स्टेशनों पर कुछ प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। प्रतिबंध मुख्य स्नान दिवस के एक दिन पहले से मुख्य स्नान दिवस के दो दिन बाद तक लागू रहेगा।
कलर कोडिंग की भी व्यवस्था
उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज छिवकी एवं नैनी स्टेशन पर अलग-अलग दिशाओं में जाने वाले यात्रियों के लिए कलर कोडिंग की व्यवस्था है। इसमें यात्री आश्रय स्थल भी रूट के अनुसार रंगों में बांटे गए हैं। जिस रंग का यात्री आश्रय स्थल रहेगा, उसी रंग के टिकट भी यात्रियों को मिलेंगे।
जनरल टिकट पर भी रंगों की पट्टी होगी और प्लेटफार्म तक जाने के लिए उसी रंग के संकेतक भी होंगे। यात्री संकेतक के माध्यम से और रेलकर्मियों के माध्यम से सीधे प्लेटफार्म पर पहुंच जाएंगे।
प्रयागराज जंक्शन
- प्रवेश केवल सिटी साइड (प्लेटफ़ार्म नं.-एक की ओर) से दिया जाएगा।
- निकास केवल सिविल लाइंस साइड की ओर से दिया जाएगा।
- अनारक्षित यात्रियों कों दिशावार यात्री आश्रय के माध्यम से प्रवेश दिया जाएगा।
- टिकट की व्यवस्था यात्री आश्रयों में अनारक्षित टिकट काउंटर, एटीवीएम और मोबाइल टिकटिंग के रूप में रहेगी।
- आरक्षित यात्रियों को सिटी साइड से गेट नंबर 5 के माध्यम से अलग से प्रवेश दिया जाएगा।
नैनी जंक्शन
- प्रवेश केवल स्टेशन रोड से दिया जाएगा।
- निकास केवल मालगोदाम की ओर (द्वितीय प्रवेश द्वार) से दिया जाएगा।
- अनारक्षित यात्रियों कों दिशावार यात्री आश्रय के माध्यम से प्रवेश दिया जाएगा।
- आरक्षित यात्रियों को गेट नंबर दो से प्रवेश दिया जाएगा।
- टिकट की व्यवस्था यात्री आश्रयों में अनारक्षित टिकट काउंटर, एटीवीएम और मोबाइल टिकटिंग के रूप में रहेगी।
प्रयागराज छिवकी स्टेशन
- प्रवेश केवल प्रयागराज-मिर्जापुर राजमार्ग को जोड़ने वाले सीओडी मार्ग से दिया जाएगा।
- निकास केवल जी.ई.सी नैनी रोड (प्रथम प्रवेश) की ओर से दिया जाएगा।
- अनारक्षित यात्रियों कों दिशावार यात्री आश्रय के माध्यम से प्रवेश दिया जाएगा।
- आरक्षित यात्रियों को गेट नंबर 2 से प्रवेश दिया जाएगा।
- टिकट की व्यवस्था यात्री आश्रयों में अनारक्षित टिकट काउंटर, एटीवीएम और मोबाइल टिकटिंग के रूप में रहेगी।
सूबेदारगंज स्टेशन
- प्रवेश केवल झलवा (कौशाम्बी रोड) की ओर से दिया जाएगा।
- निकास केवल जी.टी. रोड की ओर दिया जाएगा।
- अनारक्षित यात्रियों के लिए यात्री आश्रय की व्यवस्था रहेगी।
- आरक्षित यात्रियों को गेट नंबर 3 से प्रवेश दिया जाएगा।
- टिकट की व्यवस्था यात्री आश्रयों में अनारक्षित टिकट काउंटर, एटीवीएम और मोबाइल टिकटिंग के रूप में रहेगी।
बंद रहेगा प्रयागराज संगम स्टेशन, उधर न जाएं यात्री
यात्रियों के लिए एक जरूरी सूचना यह भी है कि उन्हें लखनऊ, अयोध्या या जौनपुर आदि रूट के लिए अब प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन पर ट्रेन नहीं मिलेगी। दारागंज में मौजूद प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन को 15 जनवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है। यह बंदी केवल यात्रियों के लिए है।
यात्रियों का यहां प्रवेश व निकास नहीं होगा। इस स्टेशन के यार्ड का प्रयोग विशेष ट्रेनों की पार्किंग व अन्य रूप में किया जाएगा। इस स्टेशन पर मिलने वाली ट्रेनों में बैठने के लिए यात्रियों को प्रयाग या फाफामऊ स्टेशन जाना होगा। सभी विशेष ट्रेनें भी फाफामऊ व प्रयाग से ही चलेंगी ।
महाकुंभ विशेष ट्रेनों का आठ स्टेशनों से होगा संचालन
- स्टेशन पर 18,000 अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती हुई है।
- टिकटों की बिक्री के लिए 560 टिकट काउंटर शुरू।
- प्रतिदिन 10 लाख श्रद्धालुओं को टिकट देगा रेलवे।
- 1,00,00,000 यात्रियों को ट्रेन से यात्रा कराने की तैयारी।
- 60,000 श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था खुशरो बाग में है।
- 1800 छोटी दूरी की ट्रेनें, 700 लंबी दूरी की ट्रेनें, और 560 रिंग रेल चलेंगी।
- 4,500 करोड़ रुपये महाकुंभ को लेकर खर्च हुए हैं।
- 1,30,000 यात्री एक साथ आठ स्टेशन के यात्री आश्रय स्थल में रुक सकेंगे।
- 3,134 विशेष ट्रेन चलेंगी, 10100 दैनिक ट्रेनें चलेंगी।
- 13,234 कुल ट्रेनें महाकुंभ अवधि में संचालित होंगी।
- 1,000 अतिरिक्त सफाई कर्मी स्टेशन पर होंगे।
- 2,000 अतिरिक्त सफाई कर्मी ट्रेनों की सफाई करेंगे।
- 6,000 अतिरिक्त शौचालय बनाए गए हैं।
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