प्रयागराज में सड़क दुर्घटना पीड़ितों के लिए सीएचसी में आपातकालीन उपकरण, गोल्डेन आवर में लोगों की जीवन बच सकेगा
प्रयागराज में सड़क दुर्घटना पीड़ितों के लिए सीएचसी में आपातकालीन उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। इसका उद्देश्य गोल्डेन आवर में लोगों की जीवन रक्षा करना है। ...और पढ़ें

सड़क हादसों में घायलों की मदद के लिए प्रयागराज की दो सीएचसी में आपातकालीन देखभाल उपकरण सौंपे गए।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। आपातकालीन आघात देखभाल (ट्रॉमा केयर) को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। यमुनापार के जसरा और चाका स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में आपातकालीन देखभाल उपकरण सौंपे गए।
जीरो फैटैलिटी डिस्ट्रिक्ट (जेडएफडी) कार्यक्रम के तहत शुरू की गई इस पहल से सड़क दुर्घटना पीड़ितों और अन्य आपातकालीन आघात मामलों के 'गोल्डन आवर' में काफी मदद मिलेगी। इसके तहत सीएचसी जसरा में कार्यक्रम हुआ। सीएचसी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अंकिता पांडेय, टाटा एआइजी जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के उपाध्यक्ष एवं सीएसआर एवं सस्टेनेबिलिटी प्रमुख देवांग पंड्या और सेवलाइफ फाउंडेशन के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
सीएमओ डॉ. आरसी पांडेय ने कहा कि सड़क दुर्घटना के बाद शुरुआती घंटों में उचित आघात देखभाल से रोगी के स्वास्थ्य में काफी सुधार हो सकता है। आपातकालीन चिकित्सा उपकरण घटनास्थल के निकट ही त्वरित उपचार सुनिश्चित करेंगे। इससे जसरा, चाका एवं आसपास के क्षेत्रों में पीड़ितों की जीवनरक्षा की संभावनाएं बढ़ेंगी।
बताया कि पिछले चार वर्षों, अर्थात् 2022-2025 में, सीएचसी जसरा ने 188 सड़क दुर्घटना से संबंधित मामलों में मरीजों को उपचार प्रदान किया। इनमें से 96 घातक दुर्घटनाएँ थीं तथा जिससे 104 लोगों की मृत्यु हुई। इसी अवधि के दौरान, सीएचसी चाका ने 776 सड़क दुर्घटना से संबंधित मामलों में मरीजों को उपचार प्रदान किया।

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