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    State GST Rank: तीन माह कम टैक्स मिलने से Top 10 से प्रयागराज बाहर, यह जिला बना नंबर वन

    Updated: Thu, 03 Apr 2025 03:16 PM (IST)

    प्रयागराज का राज्य जीएसटी संग्रह में सुधार हुआ है और उत्तर प्रदेश में 11वां स्थान प्राप्त हुआ है। पिछले वित्तीय वर्ष में यह शीर्ष दस में शामिल था। महाकुंभ मेले ने स्थिति को संभाला और जीएसटी संग्रह बरकरार रहा। इस बार गौतमबुद्ध नगर शीर्ष पर रहा। एसजीएसटी कलेक्शन को लेकर प्रदेश की सूची जारी हुई तो उसमें टाॅप टेन से बाहर देखकर अधिकारियों को निराशा भी हुई।

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    तीन माह में विभाग को कम टैक्स मिला था। जागरण

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। राज्य वाणिज्य कर विभाग (एसजीएसटी) इस वित्तीय वर्ष में टाप टेन से बाहर हो गया। इस बार प्रदेश में वह 11वें स्थान पर है। पिछले वित्तीय वर्ष में वह टाॅप टेन में शामिल था। ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि पिछले वर्ष तीन माह में विभाग को कम टैक्स मिला था।

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    हालांकि, अधिकारी इसे संतोषजनक बताते हैं, क्योंकि जिस प्रकार तीन माह में टैक्स कम मिला था, उससे उनको यह लग रहा था कि प्रयागराज 15वें स्थान पर न पहुंच जाए, लेकिन महाकुंभ मेला ने स्थिति को ऐसा संभाला कि जीएसटी कलेक्शन बरकरार रहा।

    राज्य वाणिज्य कर विभाग ने बुधवार को वित्तीय वर्ष 2023-24 को देखा तो पता चला कि उस समय 2238.75 करोड़ रुपये का जीएसटी कलेक्शन किया गया था। इस वर्ष का कलेक्शन देखा गया तो पता चला कि वह 2300 करोड़ से अधिक है। यह पिछले वित्तीय वर्ष से करीब तीन प्रतिशत अधिक रहा।

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    इससे अधिकारियों ने राहत की सांस जरूर ली, लेकिन जब एसजीएसटी कलेक्शन को लेकर प्रदेश की सूची जारी हुई तो उसमें टाप टेन से बाहर देखकर अधिकारियों को निराशा भी हुई। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि जीएसटी लागू होने के बाद पहली बार इतना कर वसूला गया है। महाकुंभ के दौरान लगे जाम से कारोबार व उद्योग से जुड़े वाहन जाम में फंसे रहे।

    जीएसटी। जागरण (सांकेतिक तस्वीर)


    फरवरी में सीमेंट और सरिया व्यापारियों ने बेहद कम कर जमा किया। लेकिन फरवरी में जीएसटी में बड़ा उछाल रहा। इसके अलावा महाकुंभ के आयोजन से दूसरे जनपदों को काफी टैक्स मिला। महाकुंभ के समय कई प्रतिष्ठानों व अन्य एजेंसियों ने कार्य तो यहां किया, लेकिन लखनऊ, कानपुर, नोएडा समेत अन्य जिलों में इनका पंजीयन था। इसलिए उसका टैक्स उन जिलों में ही जमा हुआ।

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    अगर पंजीयन यहां कराया गया होता तो टैक्स भी जमा होता, जिससे प्रयागराज टाप टेन की सूची में प्रथम स्थान पर रहता। इस बार गौतमबुद्ध नगर 10799.09 करोड़ का जीएसटी कलेक्शन के साथ शीर्ष पर रहा। वहीं लखनऊ 8933.26 करोड़ के साथ दूसरे और लखनऊ द्वितीय जोन तीसरे नंबर पर रहा।