प्रयागराज को नई सौगात, 50 सीएनजी बसें इन चार शहरों को जोड़ेंगी, डीजल बसें बंद होंगी तो कम होगा प्रदूषण
प्रयागराज के लोगों के लिए खुशखबरी है! नवंबर से 50 नई सीएनजी बसें शुरू होंगी, जो शहर को लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और गोरखपुर से जोड़ेंगी। इन बसों के आने से पुरानी डीजल बसें हट जाएंगी, जिससे प्रदूषण कम होगा। यात्रियों को आरामदायक सीटें और वाई-फाई जैसी सुविधाएं मिलेंगी। यह सेवा नवंबर से शुरू होगी।

प्रयागराज को रोडवेज की 50 बसों का तोहफा मिलेगा, कई जिलों को सुविधा मिलेगी।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) ने पर्यावरण संरक्षण और यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब प्रयागराज क्षेत्र में डीजल से चलने वाली बसों को धीरे-धीरे हटाकर उनकी जगह 50 नई सीएनजी (CNG) बसों का संचालन शुरू किया जाएगा।
प्रयागराज-वाराणसी मार्ग के लिए सबसे अधिक 20 CNG बसें
यह फैसला बढ़ते वायु प्रदूषण की चिंता को देखते हुए लिया गया है। ये सभी बसें अनुबंध के आधार पर चलेंगी। इन 50 बसों को प्रयागराज से चार प्रमुख शहरों के लिए चलाया जाएगा। इनमें प्रयागराज-वाराणसी मार्ग के लिए सबसे अधिक 20 बसें निर्धारित की गई हैं, जबकि प्रयागराज-प्रतापगढ़ मार्ग के लिए 18 बसों का संचालन होगा।
प्रयागराज से प्रतापगढ़, मीरजापुर के लिए भी बस सुविधा होगी
इसके अलावा, प्रयागराज-प्रतापगढ़-रामगंज के लिए 2 बसें और प्रयागराज-मीरजापुर-रॉबर्ट्सगंज के लिए 10 बसों की रिक्तियां तय की गई हैं। इस प्रकार, पहले चरण में कुल 50 नई बसों का संचालन किया जाएगा, जिससे इन सभी मार्गों पर यात्रा करने वाले हजारों यात्रियों को आरामदेह और प्रदूषण मुक्त सफर मिलेगा।
क्षेत्रीय प्रबंधक बोले- आनलाइन टेंडर जारी
UPSRTC के प्रयागराज के क्षेत्रीय प्रबंधक रविंद्र कुमार ने बताया कि इन सीएनजी/डीजल बसों को चलाने के लिए ई-निविदा (आनलाइन टेंडर) जारी कर दी गई है। उन्होंने कहा, यह योजना क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूती देगी और ग्रामीण क्षेत्रों में बस सेवाओं को बल मिलेगा। इच्छुक निविदाकर्ता वेबसाइट पर 29 अक्टूबर, 2025 की शाम 4 बजे तक अपने आवेदन अपलोड कर सकते हैं।
नवंबर माह में बसों के संचालन की तैयारी
उन्होंने आगे बताया कि तकनीकी और वित्तीय निविदाएं 30 अक्टूबर, 2025 को दोपहर 2:00 बजे खोली जाएंगी। क्षेत्रीय प्रबंधक ने कहा, हमारा लक्ष्य है कि अनुबंध प्रक्रिया को तेजी से पूरा करके नवंबर महीने से ही इन सभी 50 बसों का संचालन शुरू कर दिया जाए।
बस मालिकों को पूरी करनी होगी शर्तें
इस योजना के तहत बस मालिकों को कुछ अनिवार्य शर्तों का पालन करना होगा। निविदा में भाग लेने के लिए बस मालिकों को ₹2360/- (जीएसटी सहित) का निविदा मूल्य और प्रति बस ₹20,000/- की अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट (EMD) धनराशि का बैंक ड्राफ्ट जमा करना अनिवार्य है। इसके साथ ही, 40 से 45 सीट क्षमता (चालक को छोड़कर) वाली बसों के लिए किराया दर भी निर्धारित की गई है। नई बस के लिए न्यूनतम बेस प्राइस (Lower Threshold Value) ₹8.00 प्रति किलोमीटर और पुरानी बस के लिए रुपये 8.10 प्रति किलोमीटर रखा गया है।
बसों की आयु सीमा को लेकर बने नियम
अनुबंध के लिए बसों की आयु सीमा को लेकर भी स्पष्ट नियम बनाए गए हैं। अनुबंधित बस की अधिकतम आयु पंजीयन तिथि से 10 वर्ष होगी, लेकिन अनुबंध के लिए सीएनजी इंजन युक्त बसों की आयु पंजीयन तिथि से अधिकतम 8 वर्ष तक और डीज़ल इंजन युक्त बसों की आयु 5 वर्ष तक अनुमन्य होगी। यह भी ध्यान रखना होगा कि बस के माडल और पंजीयन की तारीख में अधिकतम 01 वर्ष का अंतर स्वीकार्य होगा।
शपथ पत्र भी देना होगा
परिवहन निगम ने यह सख्ती से कहा है कि एक बार अनुबंधित होने के बाद बस का मार्ग परिवर्तन किसी भी परिस्थिति में नहीं किया जाएगा। इसके अलावा, निविदादाता को बस के स्वामित्व (क्रय और विक्रय) की पूरी जानकारी नोटराइज्ड शपथ पत्र पर देनी होगी। गलत सूचना देने पर अनुबंध निरस्त करने के साथ-साथ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
आम जनता को होगा फयदा
यह 50 नई सीएनजी बसों की पहल प्रयागराज और आसपास के क्षेत्रों के लिए प्रदूषण नियंत्रण और बेहतर परिवहन सुविधा सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिससे आम जनता को सीधा लाभ मिलेगा।
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