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    Prayagraj Violence: भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं सहित 51 उपद्रवियों को जेल, छापेमारी जारी; चंद्रशेखर ने की CBI जांच की मांग

    Updated: Tue, 01 Jul 2025 01:15 AM (IST)

    प्रयागराज के करछना में चंद्रशेखर के समर्थकों ने उपद्रव किया जिसके बाद पुलिस ने 51 उपद्रवियों को जेल भेज दिया है। पुलिस ने वीडियो और सीसीटीवी फुटेज से 100 से अधिक उपद्रवियों की पहचान की है और उनकी गिरफ्तारी के लिए 38 से अधिक गांवों में छापेमारी कर रही है।

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    प्रयागराज के करछना थाने में गिरफ्तार उपद्रवी।- जागरण

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। करछना में एक पीड़ित परिवार से मिलने के लिए रविवार को प्रयागराज पहुंचे आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) एवं भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर को सर्किट हाउस में रोके जाने के बाद उनके कार्यकर्ताओं ने जमकर बवाल किया था। सोमवार को पुलिस ने भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं सहित 51 उपद्रवियों को जेल भेज दिया। पुलिस ने वीडियो, फोटोग्राफ व सीसीटीवी फुटेज से 100 से अधिक उपद्रवियों की पहचान की है। अराजक तत्वों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 18 टीमों के साथ ही एसओजी भी लगाई गई है। 38 से अधिक गांवों में छापेमारी जारी है।

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    13 अप्रैल को करछना क्षेत्र के इसौटा गांव निवासी अनुसूचित जाति के देवीशंकर की हत्या कर शव को जला दिया गया था। पुलिस ने क्षत्रिय बिरादरी के सात लोगों समेत आठ आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मृतक के परिवार को आर्थिक मदद के साथ कृषि भूमि एवं आवासीय जमीन का पट्टा भी हुआ है। आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) व भीम आर्मी के स्थानीय नेताओं ने यह कहकर मामला फिर सुलगा दिया कि पीड़ित परिवार को कोई सहायता नहीं दी गई है। इसी के बाद पीड़ित परिवार से मिलने सांसद चंद्रशेखर रविवार को आए थे। पुलिस उन्हें सर्किट हाउस ले गई थी।

    इसौटा गांव जाने से मना कर पीड़ित परिवार से सर्किट हाउस में ही मुलाकात कराने की बात कही थी। पुलिस देवीशंकर के माता-पिता, दो पुत्र व पुत्री तथा चचेरे चाचा को जीप में बैठाकर सर्किट हाउस रवाना भी हुई लेकिन भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने रास्ता रोक लिया। हनुमान मोरी व भड़ेवरा बाजार में पथराव व आगजनी की घटना हुई थी। पुलिस की जीप सहित 40 से अधिक वाहनों को जहां क्षतिग्रस्त किया गया था, वहीं दो दर्जन से अधिक बाइकें जला दी गई थीं। दुकानदारों व राहगीरों को पीटा गया था। 12 पुलिसकर्मियों समेत 35 लोग घायल हुए थे।

    इंस्पेक्टर करछना अनिल सरोज की तहरीर पर भीम आर्मी के 54 कार्यकर्ताओं को नामजद करते हुए 550 से अधिक अज्ञात के खिलाफ विभिन्न गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने रविवार देर रात 51 नामजद आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था। फरार चल रहे भीम आर्मी के करछना तहसील अध्यक्ष अभय उर्फ सोनू व उपाध्यक्ष प्रतीक देव वर्मन की पुलिस तलाश कर रही है।

    51 उपद्रवियों को जेल भेजा गया है। बड़ी संख्या में उपद्रवियों को चिह्नित किया गया है। जल्द ही गिरफ्तारी होगी। भड़ेवरा बाजार में सभी दुकानें खुली हैं। पुलिस बल को तैनात किया गया है। अफवाह फैलाने वालों पर भी नजर रखी जा रही है और ऐसे लोगों पर भी सख्त कार्रवाई होगी। -विवेक चंद्र यादव, डीसीपी यमुनानगर।

    भड़ेवरा हिंसा की हो सीबीआई जांच: चंद्रशेखर

    सांसद चंद्रशेखर ने उपद्रव में शामिल लोगों को अपना कार्यकर्ता मानने से इन्कार करते हुए करछना में हुई घटना की सीबीआई जांच की मांग की है। कहा कि इससे साफ हो जाएगा कि बवाल करने वाले लोग कौन थे। साजिश भी निकल कर सामने आएगी। सोमवार को उन्होंने अपना पक्ष वीडियो संदेश के जरिए रखा। सांसद ने कहा है कि नीला पट्टा पहनकर कुछ उपद्रवी तत्वों ने घटना को अंजाम दिया, पुलिस हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को टारगेट कर रही है। यह ठीक नहीं है, लखनऊ में आंदोलन करेंगे और अन्याय के खिलाफ लड़ाई तेज करेंगे।