कर्माइन देवी मंदिर के पुजारी का फंदे से लटकता मिला शव, मचा हड़कंप
प्रयागराज के कर्मा बाजार स्थित कर्माइन देवी मंदिर के पुजारी नंदू गिरी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है। नंदू गिरी मंदिर की देखभाल के साथ-साथ कपड़े की दुकान पर भी काम करते थे।

संवाददाता सूत्र, प्रयागराज । थाना क्षेत्र के कर्मा बाजार स्थित प्रसिद्ध कर्माइन देवी मंदिर में बुधवार की सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब मंदिर के पुजारी नंदू गिरी पुत्र सच्चिदानंद उर्फ बाबा जी उम्र 30 ने फंदा लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। घटना की खबर फैलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। श्रद्धालु और स्थानीय लोग स्तब्ध रह गए।
बुधवार सुबह करीब 11 बजे श्रद्धालुओं ने मंदिर के अंदर पुजारी को फंदे से लटका देखा तो अफरातफरी मच गई। तत्काल इसकी सूचना घूरपुर पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जानकारी के अनुसार मृतक नंदू गिरी मूल रूप से दानपुर, चकिया के रहने वाले थे। उनके बाबा जी पहले कर्माइन देवी मंदिर में पूजा-अर्चना करने आया करते थे। धीरे-धीरे पूरा परिवार कर्मा में बस गया और पुजारी की जिम्मेदारी पीढ़ी-दर-पीढ़ी परिवार को मिलती रही। पिता और बाबा के निधन के बाद नंदू गिरी पर मंदिर की देखरेख, साफ-सफाई और पूजा-अर्चना की जिम्मेदारी आ गई थी।
कपड़े की दुकान में भी करते थे काम
नंदू गिरी कर्मा बाजार में ही "बीके कलेक्शन" कपड़े की दुकान पर भी कार्य करते थे। धार्मिक जिम्मेदारियों के साथ-साथ वह परिवार की आर्थिक स्थिति संभालने के लिए दुकान पर समय देते थे।
नंदू गिरी दो भाइयों में छोटे थे। उनकी तीन बहनें हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। नंदू की अभी शादी नहीं हुई थी। घटना की सूचना मिलने के बाद स्वजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
फिलहाल आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नंदू गिरी सभी से मिलनसार थे और हमेशा मंदिर की सेवा में लगे रहते थे। अचानक इस कदम से सभी स्तब्ध हैं।
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