Prayagraj Ropeway : रोपवे से संगम क्षेत्र का विहंगम नजारा देख सकेंगे पर्यटक, 100 करोड़ की लागत से जल्द शुरू होगा निर्माण
प्रयागराज में संगम क्षेत्र में रोपवे का निर्माण अक्टूबर-नवंबर तक शुरू हो जाएगा। 2.2 किलोमीटर लंबे इस रोपवे से श्रद्धालु आसमान से संगम का विहंगम नजारा देख सकेंगे। रोपवे में 16 केबल कार होंगी जिनमें प्रत्येक में छह लोग बैठ सकेंगे। दो साल में निर्माण पूरा होने का अनुमान है और इस पर लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। देश-विदेश के श्रद्धालु आसमान से संगम का विहंगम नजारा जल्द ही देख सकेंगे। संगम क्षेत्र में बनने वाले रोपवे में लगभग 16 कार होगी। प्रत्येक केबल कार में छह लोग बैठ सकेंगे। सर्दियों में सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक रोप-वे चलेगा। बाढ़ ज्यादा होगी तो इसका संचालन बंद किया जाएगा।
रोपवे निर्माण कंपनी को पीडीए ने जमीन दी
संगम क्षेत्र में अक्टूबर से नवंबर के बीच रोपवे बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। रोपवे बनाने के लिए स्थलीय निरीक्षण पूरा किया जा चुका है। रोपवे बनाने वाली कंपनी को स्टोर बनाने के लिए प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA) की ओर से जमीन भी उपलब्ध करा दी गई है।
दो वर्ष में रोपवे निर्माण पूरा होने की संभावना
रोपवे बनने से तीर्थराज प्रयाग धार्मिक पर्यटन के फलक पर छा जाएगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि दो वर्ष में रोपवे का निर्माण पूरा हो जाएगा। शंकर विमान मंडपम को त्रिवेणी पुष्प को जोड़ने के लिए लगभग 2.2 किलोमीटर लंबा रोपवे बनाया जाएगा। रोपवे का निर्माण में लगभग 100 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की जाएगी।
करीब दो किमी रोपवे के लिए बनेगा पांच पिलर
रोपवे का निर्माण जल्द शुरू हो, इसके लिए डीपीआर महाकुंभ के पहले बनाया जा चुका है। नेशनल हाईवेज लाजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड एनएचएलएमएल को रोपवे बनाने का जिम्मा दिया गया है। एनएचएलएमएल के एक सदस्य ने बताया कि दो किलोमीटर से अधिक दूरी तक रोपवे को बनाने के लिए पांच पिलर का निर्माण किया जाएगा।
अगस्त में ही शुरू होना था निर्माण कार्य
प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA) के कार्यवाहक मुख्य अभियंता ने बताया कि संबंधित विभागों से एनओसी पहले की मिल चुकी है। निर्माण अगस्त से किया जाना था, लेकिन अपरिहार्य कारणों से निर्माण में कुछ देनी हो गई है।
रोपवे के लिए चिह्नित हो चुकी है जमीन
संगम पर रोपवे बनाने की मंजूरी शासन से मिल चुकी है। इसका डीपीआर भी स्वीकृत हो गया था। शंकर विमान मंडपम से त्रिवेणी पुष्प और फिर संगम के ऊपर से झूंसी के उल्टा किला तक रोपवे मार्ग का सर्वे हुआ था। झूंसी स्थित उल्टा किला के पास स्टेशन बनाने के लिए 0.342 हेक्टेयर व अरैल में त्रिवेणी पुष्प के पास 0.3888 हेक्टेयर भूमि चिह्नित चुकी थी। 100 करोड़ रुपये से अधिक का बजट एक रूट पर रोप वे बनाने में खर्च होगा।
क्या कहते हैं पीडीए के अधिकारी
पीडीए के मुख्य अभियंता कौशलेंद्र चौधरी का कहना है कि संगम क्षेत्र में रोपवे का निर्माण अगस्त से किया जाना था। लेकिन अपरिहार्य कारणों से कुछ देरी हो गई है। अक्टूबर से नवंबर के बीच निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। प्रयास होगा की माघ मेला के दौरान संगम क्षेत्र आने वाले श्रद्धालु रोप वे से संगम का विहंगम नजारा देख सकें।
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