किशोरी को बरामद करने वाले दारोगा पर यौन शोषण का आरोप, निलंबित
प्रयागराज में एक दारोगा पर गायब किशोरी को बरामद करने के बाद यौन शोषण का आरोप लगा है। किशोरी 13 अक्टूबर 2025 को लापता हो गई थी। विवेचना में लापरवाही बरतने के आरोप में दारोगा रविंद्र शर्मा को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और पीड़िता के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। गायब किशोरी को बरामद करने वाले दारोगा पर यौन शोषण का आरोप लगने का मामला सामने आया है। किशोरी के अपहरण के मुकदमे की विवेचना में लापरवाही बरतने, एसओपी का पालन नहीं करने के आरोप में दारोगा रविंद्र शर्मा को निलंबित कर दिया गया है।
किशोरी की ओर से दारोगा पर लगाए गए आरोप के संबंध में पुलिस को प्रमाणिक साक्ष्य नहीं मिले हैं, लेकिन उसके बयान के आधार पर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी।
बताया गया है कि मऊआइमा थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली एक किशोरी 13 अक्टूबर 2025 की रात शौच के लिए निकली और घर नहीं लौटी। अगले दिन घरवालों ने एक महिला और आकाश कुमार निवासी उमरिया बादल पर किशोरी को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत दी।
पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते गायब किशोरी की विवेचना कल्याणपुर चौकी में तैनात दारोगा रविंद्र शर्मा को दी गई। दारोगा ने किशोरी को बरामद कर लिया।
घरवालों का आरोप है कि दारोगा ने लड़की को रेलवे स्टेशन से बरामद करते हुए आरोपित लड़के को छोड़ दिया। किशोरी को छह घंटे तक अपने साथ रखा और यौन शोषण किया। गुरुवार को मामला सामने आने कार्रवाई की गई।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर कानून-व्यवस्था डा. अजय पाल शर्मा का कहना है कि विवेचना में लापरवाही बरतने, एसओपी का पालन नहीं करने के आरोप में दारोगा को निलंबित किया गया है।
पीड़िता के आरोपित के संबंध में प्रमाणिक साक्ष्य नहीं मिले हैं, लेकिन मजिस्ट्रेट के सामने उसका बयान दर्ज करवाकर जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
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