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    रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर रिटायर रेलकर्मी की बेटी से ठगी, मेडिकल कराने के बाद थमा दिया फर्जी नियुक्ति पत्र

    By TARA CHANDRA GUPTAEdited By: Brijesh Srivastava
    Updated: Fri, 10 Oct 2025 07:32 PM (IST)

    प्रयागराज में रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर रिटायर रेलकर्मी की बेटी से ठगी हुई। आरोप है कि राकेश नामक व्यक्ति ने नौकरी के नाम पर पैसे लिए और फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया। पीड़िता ने राकेश और उसके सहयोगी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर प्रयागराज की युवती से ठगी की गई है।

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर रिटायर रेलकर्मी की बेटी शिखा सिन्हा से ठगी का करने का मामला सामने आया है। युवती को दिल्ली के रेलवे अस्पताल में पहले मेडिकल करवाया गया और फिर फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया गया।

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    पिता के दोस्त के खिलाफ युवती ने दर्ज कराया केस

    इसका पता चलने पर जब युवती ने विरोध किया तो आरोपित ने मोबाइल फोन बंद कर लिया। घटना से परेशान शिखा ने अपने पिता के दोस्त बीबीपुर पट्टी प्रतापगढ़ निवासी राकेश सिंह और उसके सहयोगी आलमपुर अमेठी महेंद्र यादव के खिलाफ जार्जटाउन थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।

    प्रयागराज के अल्लापुर की है भुक्तभोगी 

    सर्वोदय नगर अल्लापुर निवासी अभय कुमार सिन्हा रेलवे से रिटायर कर्मचारी हैं। उनकी बेटी शिखा डायल-112 में संविदा पर कर्मचारी थी। शिखा का आरोप है कि राकेश ने उनके पिता से रेलवे में बुकिंग क्लर्क के पद पर नौकरी लगवाने का लालच दिया। कहा कि उसके रिश्तेदार रेलवे बोर्ड नई दिल्ली में उच्च पद पर कार्यरत हैं। उनसे कहकर स्पोर्ट्स कोटे में नौकरी लगवा देगा।

    नौकरी के एवज में 10 लाख रुपये मांगे

    राकेश ने कहा कि नौकरी लगवाने के एवज में 10 लाख रुपये लगेंगे। सरकारी नौकरी मिलने पर भविष्य उज्जवल हो जाएगा, यह सोचकर शिखा ने पिता से बात की। चूंकि राकेश ने खुद भी कोटे के तहत नौकरी पाई थी, इसलिए यकीन हो गया। तब युवती और उसके पिता को नई दिल्ली भेजकर रेलवे अस्पताल में मेडिकल करवाया गया।

    चार लाख रुपये आनलाइन ले लिया 

    वहां से लौटने के बाद राकेश ने चार लाख रुपये आनलाइन ले लिया। बार-बार कहने पर राकेश ने फर्जी नियुक्ति पत्र भेज दिया और पैसा मांगने पर मोबाइल बंद कर लिया। इसी दौरान पता चला कि राकेश अपने सहयोगी महेंद्र यादव के साथ मिलकर धोखाधड़ी का गिरोह संचालित करता है। कर्ज लेकर पैसा देने के कारण शिखा और उसके पिता परेशान हो गए, जिसके बाद थाने पहुंचकर केस दर्ज कराया। थानाध्यक्ष जार्जटाउन संतोष सिंह का कहना कि मुकदमे की विवेचना की जा रही है।