प्रयागराज में तेंदुआ का आतंक अब दिन में भी, किसान ने देखा फिर झाड़ियों में छिप गया, झूंसी इलाके में दहशत
प्रयागराज के झूंसी इलाके में तेंदुए का आतंक बढ़ता जा रहा है। छतनाग में जल निगम की टंकी के पास एक किसान ने दिन में तेंदुए को देखा तो इलाके में दहशत फैल गई। किसान ननकू निषाद ने बताया कि तेंदुआ खेत के पास झाड़ियों में छिपा था। शोर मचाने पर वह कछार की ओर भाग गया। वन विभाग की टीम तेंदुए की तलाश में जुटी है।

प्रयागराज के झूंसी स्थित छतनाग में किसान ने तेंदुआ को सुबह देखा, इससे क्षेत्र में दहशत है। प्रतीकात्मक फोटो
संसू, झूंसी (प्रयागराज)। पिछले एक सप्ताह से छतनाग में दहशत का पर्याय बना तेंदुआ अभी तक रात में ही निकलता था। अब इसने दिन में भी विचरण करना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को पानी की टंकी के पास एक किसान से इसका सामना हुआ। उसे देख किसान के हाथ पैर फूल गए। इस घटनाक्रम के बाद लोगों में खौफ और भी बढ़ गया है।
ननकू निषाद ने अपने खेत के पास देखा तेंदुआ
छतनाग में गंगा के किनारे जल निगम की पानी की टंकी है। यहीं के रहने वाले ननकू निषाद का यहां पर खेत है। इसमें उन्होंने सब्जियां बो रखी है। किसान ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब 9.30 बजे वह खेत गया था। तभी उसकी नजर खेत के पास खड़े तेंदुए पर पड़ी। उसे देख धड़कनें बढ़ गईं। मदद के लिए उसने शोर मचाया। इस पर वह पास की झांड़ियों घुस गया।
झाड़ियों से निकल कछार में लापता हो गया
आसपास मौजूद लोग लाठी-डंडा लेकर जब तक पहुंचते, तब तक तेंदुआ फिर झाड़ियों से निकला और कछार की तरफ भाग गया। इसके बाद बड़ी संख्या में एकत्र हुए लाठी-डंडों से लैस लोगों ने आसपास खोजबीन की, लेकिन तेंदुआ का कोई पता नहीं चला।
दिनों दिन बढ़ रहा खतरा
तेज प्रकाश मिश्रा और राम चंद्र यादव ने कहा कि तेंदुआ को लेकर खतरा दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। अभी तक तो यह सिर्फ रात में ही लोगों को दिखता था। तब कम से कम लोग घरों में रहकर सुरक्षित महसूस करते थे। अब तेंदुआ दिन में भी निकलने लगा है। उसे पकड़ने में वन विभाग की नाकामी किसी दिन भारी न पड़ जाए।
वन विभाग की टीम एचआरआइ में ही थी मौजूद
दूसरी ओर इस संबंध में वन रेंजर लक्ष्मीकांत दुबे का कहना है कि तेंदुआ के नजर आने की सूचना नहीं मिली थी, जबकि उनकी टीम पूरे दिन एचआरआइ में ही मौजूद थी। फिलहाल तेंदुआ की तलाश टीम के सदस्य कर रहे हैं।
... तो एचआरआइ के आसपास ही है तेंदुआ
तेंदुआ हरिश्चंद्र शोध संस्थान के आसपास 500 मीटर के दायरे में ही घूम रहा है। पहले वह एचआरआइ में घूमता दिखता था। वहां पर कांबिंग बढ़ाई गई तो संस्थान छोड़कर बाहर आ गया। दो दिन पहले एसटीपी के पास एक सीसीटीवी कैमरे में उसकी तस्वीर कैद हुई थी। अब पानी की टंकी के पास नजर आया। यह तेंदुआ एचआरआइ के आस-पास ही घूम रहा है।
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