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    प्रयागराज में भूमाफिया सरकारी जमीन पर कब्जा तो कर ही रहे, अब अभिलेखों में भी जालसाजी कर अपना नाम चढ़वा ले रहे

    By Jagran News Edited By: Brijesh Srivastava
    Updated: Tue, 18 Nov 2025 05:08 PM (IST)

    प्रयागराज में भूमाफिया सरकारी जमीन पर कब्जा करने के साथ-साथ अभिलेखों में भी जालसाजी कर रहे हैं। चकबंदी वाले गांवों में जमीनों के नक्शे से छेड़छाड़ की जा रही है। बारा तहसील के दो गांवों में ऐसे मामले पकड़े गए हैं, जिसके बाद डीएम ने जांच के आदेश दिए हैं। एडीएम नजूल, एसडीएम बारा और चकबंदी अधिकारी की एक कमेटी गठित की गई है, जो मामले की जांच करेगी। ग्रामीणों ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।

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    प्रयागराज में भूमाफियाओं की जालसाजी, सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर अभिलेखों में हेराफेरी कर रहे हैं।

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। भूमाफिया सरकारी जमीन पर कब्जा ही नहीं कर रहे, बल्कि अब अभिलेखों में भी जालसाजी कर अपना नाम चढ़वा ले रहे हैं। विशेषतौर पर जिन गांवों में चकबंदी चल रही है, वहां की जमीन के कागजों में जमकर हेराफेरी की जा रही है।

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    बारा में पकड़ाए दो मामले, डीएम ने जांच के दिए निर्देश 

    हालांकि पुराने रिकार्ड से मामले पकड़े भी जा रहे हैं। ऐसे ही दो प्रकरण बारा तहसील के पकड़े गए हैं, जिसमें डीएम मनीष कुमार वर्मा ने एडीएम नजूल संजय कुमार पांडेय की अध्यक्षता वाली कमेटी गठित कर जांच कराने के निर्देश दिए है।

    ग्रामीणों ने डीएम से कार्रवाई की मांग की

    बारा तहसील क्षेत्र के दो अलग-अलग गांवों में भूमाफिया एवं राजस्व विभाग के कुछ कर्मियों पर राजस्व नक्शों में हेराफेरी कर जमीनों की नवैयत बदलने और अवैध कब्जा कराने के गंभीर आरोप लगे हैं। प्रभावित ग्रामीणों ने सोमवार को जिलाधिकारी से लिखित शिकायत कर निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।

    राजस्व कर्मचारियों की मिलीभगत 

    पहला मामला ग्राम गोबरा हेवार का है, जहां वर्तमान में चकबंदी कार्य चल रहा है। ग्रामीण आशुतोष त्रिपाठी ने जिलाधिकारी को दी गई शिकायत में आरोप लगाया कि गांव के कुछ भूमाफिया ने राजस्व कर्मचारियों की मिलीभगत से सरकारी अभिलेखों में ग्राम समाज की आबादी दर्ज वाले गाटे की नवैयत बदल दी है।

    बड़े स्तर की जा रही छेड़छाड़ 

    शिकायतकर्ता का कहना है कि पुराने तहसीली नक्शे, 2006 का बंदोबस्ती नक्शा, खसरा एवं चकबंदी विभाग के वर्तमान मानचित्र में सरकारी भूमि दिखती है लेकिन राजस्व दल द्वारा बदला हुआ नक्शा दिखाया जा रहा है। यह बड़े स्तर की छेड़छाड़ है। जिलाधिकारी से नक्शों की तुलनात्मक जांच करा कर सही अभिलेख जारी करने तथा दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश कमेटी को दिए हैं।

    आराजी की नवैयत बदल दी गई 

    दूसरा मामला बारा के ग्राम सोनपुरा का है। यहां के गणेश दत्त त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि उनकी आराजी की नवैयत बदल दी गई है। शिकायतकर्ता के मुताबिक राजस्व कर्मी बार-बार “नक्शा भिन्न होने” का हवाला देकर कार्रवाई टालते रहे, जिससे विवाद बढ़ता जा रहा है। इसके चलते जमीन पर कब्जे का प्रयास हो रहा है। कई बार तहसील और थाना में शिकायत की गई, पर सुनवाई नहीं हुई। अनहोनी की आशंका बनी हुई है।127 और 126 के बीच 127 की प्रमाणित लाइन को ही धूमा दिया हैं। इस मामले में भी डीएम ने कमेटी को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।