लखनऊ-अयोध्या और गोरखपुर की राह हुई आसान, चली 16 कोच वाली वंदे भारत एक्सप्रेस
प्रयागराज-गोरखपुर वंदे भारत एक्सप्रेस अब 16 कोचों के साथ शुरू हो गई है जिससे प्रयागराज लखनऊ अयोध्या और गोरखपुर के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी। नए रेक में दो एक्जीक्यूटिव चेयरकार और 14 एसी चेयरकार कोच हैं जिससे 1264 यात्री यात्रा कर सकेंगे। हालाँकि पहले दिन आधी सीटें खाली रहीं। यह ट्रेन 7 जुलाई 2023 को शुरू हुई थी और 14 मार्च 2024 को प्रयागराज तक विस्तारित की गई थी।

जागरण सवाददाता, प्रयागराज। प्रयागराज से गोरखपुर के बीच चलने वाली 22549/22550 वंदे भारत एक्सप्रेस अब 16 कोचों की हो गई। रविवार को पहली बार यह ट्रेन 16 कोच के रेक के साथ रवाना हुई। इस बदलाव से प्रयागराज, लखनऊ, अयोध्या और गोरखपुर के बीच कनेक्टिविटी और बेहतर होगी।
नए रेक में दो एक्जीक्यूटिव चेयरकार और 14 एसी चेयरकार कोच शामिल हैं, जो पहले के आठ कोच (एक एक्जीक्यूटिव, सात एसी चेयरकार) से दोगुणे हैं। अब यह ट्रेन एक बार में 1,264 यात्रियों को ले जा सकेगी।हालांकि, पहले दिन 16 कोच वाली इस ट्रेन की आधी से अधिक सीटें खाली रहीं।
आठ कोच वाली वंदे भारत में भी सीटें पूरी तरह नहीं भर पाती थीं, और यह ट्रेन कम राजस्व अर्जित करने वाली ट्रेनों में शामिल रही है। लंबे समय से इसके संचालन समय में बदलाव की मांग उठ रही थी, जो अभी पूरी नहीं हुई है। फिर भी, कोचों की संख्या बढ़ने से यात्रियों को लाभ होगा।
यह वंदे भारत एक्सप्रेस सात जुलाई 2023 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गोरखपुर से हरी झंडी दिखाकर शुरू की गई थी। 14 मार्च 2024 को इसका विस्तार प्रयागराज तक किया गया। नए 16 कोच के रेक में दो एक्जीक्यूटिव और 14 एसी चेयरकार कोच होने से यात्रियों को अधिक आराम और सुविधा मिलेगी।
यह सेमी हाईस्पीड ट्रेन प्रयागराज से लखनऊ, अयोध्या होते हुए गोरखपुर तक का सफर तेज और सुविधाजनक बनाएगी। इस बदलाव से रेलवे को उम्मीद है कि अधिक यात्री इस ट्रेन का उपयोग करेंगे, जिससे कनेक्टिविटी के साथ-साथ राजस्व में भी सुधार होगा।
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