Prayagraj Flood Update : गंगा-यमुना के बाढ़ का पानी घटा, शरणालय खाली, प्रभावित इलाकों में फैली गंदगी की सफाई की मांग
Prayagraj Flood Update सिंचाई विभाग बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता डीएन शुक्ला के अनुसार गंगा-यमुना नदियों का जलस्तर तेजी से कम हो रहा है। एसडीएम सदर अभिषेक कुमार सिंह के अनुसार शरणालयों से बाढ़ प्रभावि लोग घरों को लौट गए हैं। हालांकि घर लौटने के बाद बाढ़ के बाद फैली गंदगी और कीचड़ से वहां के लोगों को परेशानी हो रही है।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। गंगा-यमुना नदियों के बाढ़ के पानी से जनपद के लोगों को राहत मिली है। जलस्तर तेजी से कम होने से बाढ़ प्रभावित इलाके के लोग अपने घरों को लौट गए हैं। हालांकि उन्हें अभी परेशानी से मुक्ति नहीं मिली है, क्योंकि बाढ़ का पानी वापस जाने के बाद वहां गंदगी और कीचड़ फैला है। इसकी सफाई की लोगों ने मांग की है।
गंगा और यमुना का जलस्तर तेजी से कम होने से सभी शरणालय बंद हो गए हैं। सभी शरणार्थी अपने घरों को लौट गए। पिछले सोमवार से उफान पर आईं दोनों नदियां गुरुवार शाम तक खतरे के निशान तक पहुंच गई थीं मगर रात में घटने लगीं थीं। शुक्रवार व शनिवार को तो नदियों का पानी बेहद धीमी गति से घट रहा था मगर अब जलस्तर कम होने की गति तेज हो गई।
अब तक दोनों नदियां लगभग दो मीटर तक घट गई हैं, जिससे जलमग्न हुए मकानों से पानी निकल गया। बाढ़ से 31 मोहल्ले व 62 गांव प्रभावित हो गए थे। कई गलियों और सड़कों पर पानी भर गया था। निचले इलाकों के मोहल्लों में तो नाव चलाई जा रही थीं। शहर में छह अब लोगों को राहत मिल सकी है।
गुरुवार रात गंगा का जलस्तर 84.44 मीटर तो यमुना का जलस्तर 84.15 मीटर तक पहुंच गया था। रविवार रात में गंगा का जलस्तर 82.52 मीटर और यमुना का जलस्तर 82.09 मीटर पर आ गया। बाढ़ की स्थिति पर छह शरणालय शुरू कराए गए थे, जिनमें कुल 2605 लोग पहुंच चुके थे। पानी कम होने पर शनिवार से ही लोग घरों को लौटने लगे थे।
शनिवार शाम को एक शरणालय बंद हो गया था। रविवार को सभी शरणालय बंद हो गए। सबसे अंत में कैंट मैरिज हाल सदर बाजार कैंट भी बंद हो गया। वहीं दूसरी ओर प्रभावित इलाकों में कीचड़ व गंदगी से लोग हैरान-परेशान हो गए। लोगों ने अभियान चलाकर सफाई की मांग उठाई है।
एसडीएम सदर अभिषेक कुमार सिंह ने बताया कि शरणालयों से लोग अपने घरों को लौट गए हैं। सभी शरणालय छह दिन संचालित हुए थे। सिंचाई विभाग बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता डीएन शुक्ला ने बताया कि अब दोनों नदियों का जलस्तर तेजी से नीचे खिसकने लगा है। एक दिन बाद दो मीटर और जलस्तर कम हो जाएगा।
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