Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    प्रयागराज में बाढ़ से जिन किसानों की फसलें हुईं नष्ट, उन्हें राहत; जल्द ही खातों में आएगी मुआवजे की राशि

    Updated: Tue, 23 Sep 2025 03:31 AM (IST)

    प्रयागराज में गंगा और यमुना में आई बाढ़ से ₹21.7 मिलियन की फसलें बर्बाद हो गईं। सोरांव बारा मेजा फूलपुर के 60 गांवों के 7008 किसानों की 1798 हेक्टेयर फसलें नष्ट हुईं। जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि अधिकतर किसानों को मुआवजा मिल चुका है और शेष राशि जल्दी ही उनके खातों में जमा करा दी जाएगी।

    Hero Image
    प्रयागराज में गंगा और यमुना में आई बाढ़ से ₹21.7 मिलियन की फसलें बर्बाद हो गईं। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। इस वर्ष गंगा और यमुना नदियों में आई पाँच बाढ़ों से लगभग ₹21.7 मिलियन (लगभग ₹21.7 मिलियन) मूल्य की फसलों को नुकसान हुआ है। राजस्व विभाग और कृषि विभाग की संयुक्त टीम द्वारा किए गए सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, चार तहसीलों: सोरांव, बारा, मेजा और फूलपुर के 60 गाँवों के 7,008 किसानों की 1,798 हेक्टेयर फसलें नष्ट हो गईं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सोरांव के 19 गाँवों के 4,986 किसानों की 857 हेक्टेयर फसलें बाढ़ से नष्ट हो गईं, जिससे लगभग ₹7.3 मिलियन (लगभग ₹7.3 मिलियन) मूल्य की फसलों का नुकसान हुआ। इसी प्रकार, फूलपुर के 20 गाँवों के 1,115 किसानों की 364 हेक्टेयर फसलें बाढ़ से नष्ट हो गईं, जिससे लगभग ₹3.092 मिलियन (लगभग ₹3.09 मिलियन) मूल्य की फसलों का नुकसान हुआ।

    बारा के नौ गाँवों के 236 किसानों की 105.6 हेक्टेयर फसलें नष्ट हो गईं, जिससे ₹3.22 मिलियन (लगभग ₹3.22 मिलियन) का नुकसान हुआ। मेजा तहसील के एक गाँव में 251 किसानों की 307 हेक्टेयर फसलें नष्ट हो गईं।

    इससे ₹61,36,000 मूल्य की फसल का नुकसान हुआ है। ज़िला मजिस्ट्रेट मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि बड़ी संख्या में किसानों को मुआवज़ा मिल चुका है और शेष राशि जल्द ही उनके खातों में जमा कर दी जाएगी। अतिवृष्टि, बिजली गिरने, डूबने और तूफ़ान के कारण 113 लोगों की जान चली गई।

    इस वर्ष, अतिवृष्टि के कारण तीन, बिजली गिरने से 17 और नदियों में डूबने से 86 लोगों की मृत्यु हुई। इसी प्रकार, तूफ़ान और आग लगने से दो लोगों की मृत्यु हुई। 23 लोगों की साँप के काटने से और दो लोगों की साँड़ के हमले से मृत्यु हुई।

    आग लगने से 30, बिजली गिरने से सात, सांप के काटने से पांच और आंधी-तूफान से एक पशु की मौत हुई है। आग लगने पर 8 लाख रुपये, भारी बारिश पर 12 लाख रुपये, बिजली गिरने पर 68 लाख रुपये, सांप के काटने पर 92 लाख रुपये, डूबने पर 3 करोड़ 44 लाख रुपये, तूफान से 28 लाख रुपये और सांड के हमले से मौत पर 8 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है।

    पशुओं की मौत पर 10 लाख रुपये का मुआवजा वितरित किया गया है। इसी तरह, आग लगने से 48 घर जलने पर 2 लाख 6 हजार रुपये, भारी बारिश से 301 घरों को हुए नुकसान पर 15 लाख 6 हजार रुपये और तूफान से एक घर को हुए नुकसान पर 4 हजार रुपये का मुआवजा दिया गया है।