Prayagraj में गंगा-यमुना के Flood से मिलेगी निजात, बनेंगे पंपिंग स्टेशन, ऊंची आरसीसी दीवार व नाले, अगले माह होगा सर्वे
प्रयागगराज में बाढ़ से बचाव के लिए नगर विकास विभाग ने कमर कस ली है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में दीवारें पंपिंग स्टेशन और नए नाले बनाए जाएंगे। सितंबर में शुरू होने वाले सर्वे पर 10 करोड़ से अधिक खर्च होंगे। इस परियोजना में 1200 से 1500 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। बारिश के मौसम में प्रतिवर्ष तीन लाख से अधिक आबादी बाढ़ की चपेट में आ जाती है। शहर में हजारों लोगों को राहत शिविर में ठिकाना लेना पड़ता है। इससे बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों को आर्थिक, शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान होना पड़ता है। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई भी प्रभावित होती है।
प्रयागराज में आने वाले दिनों में बाढ़ से बचाव के लिए अलग-अलग स्थानों पर दीवार, नालों के पास पंपिंग स्टेशन बनाने की योजना है। इसके लिए सर्वे सितंबर महीने में शुरू हो जाएगा। सर्वे चार महीने तक चलेगा। इसमें 10 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होंगे। सी एंड डीएस, एमएनएनआइटी और बीएचयू के विशेषज्ञों की संयुक्त टीम बाढ़ से प्रभावित मुहल्लों की भौगोलिक स्थिति की रिर्पोट तैयार करेगी।
30-35 पंपिंग स्टेशन व 20-22 नाले बनेंगे
जल निकासी की महायोजना में 1,200 से 1,500 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि खर्च की जाएगी। बाढ़ का पानी प्रभावित मुहल्लों में न पहुंचे, इसके लिए 20 से 22 स्थानों पर नए नालों का निर्माण कराया जाएगा। 30 से 35 बाढ़ पंपिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। गंगा के तटीय इलाकों में 10 से 15 फीट ऊंची आरसीसी की दीवार बनाने की भी योजना है।
नालों का पांच वर्ष तक रखरखाव भी होगा
इसके अलावा पुराने नालों और नालियों को भी नए सिरे से दुरुस्त किया जाएगा। इसके लिए नगर विकास विभाग ने हरी झंडी दे दी है। सर्वे के बाद सीएनडीएस डीपीआर तैयार करेगा। साथ ही नालों का पांच साल तक रखरखाव भी करेगा।
बाढ़ की समस्या का स्थायी निदान की पहल शुरू
इस संबंध में सीएनडीएस के परियोजना प्रबंधक आरके राणा का कहना है कि शहर में बाढ़ से परेशान लोगाें की समस्या का स्थायी निदान कराने की पहल शुरू हो गई है। महायोजना तैयार करके जलभराव दूर किया जाएगा। इसको लेकर सितंबर सर्वे शुरू होगा।
क्या कहते हैं नगर आयुक्त
नगर आयुक्त साईं तेजा ने कहा कि गंगा के तटीय इलाकों के लोग बाढ़ की चपेट में न आएं, इसके लिए ठोस इंतजाम किया जाएगा। मुहल्लों बड़े नालों पर पंपिंग स्टेशन का निर्माण होगा। जल्द जल निकासी की योजना को साकार रूप दिया जाएगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।