Updated: Fri, 15 Aug 2025 08:20 PM (IST)
प्रयागराज में नए सर्किल रेट लागू होने से किसानों की जमीन के दाम बढ़ेंगे और राजस्व में वृद्धि होगी। झलवा से लेकर फाफामऊ तक के किसानों को लाभ होगा। सर्किल रेट पर आई आपत्तियों का निस्तारण 19 अगस्त के बाद होगा। सिविल लाइंस और अशोक नगर जैसे क्षेत्रों में फ्लैट पर स्टांप शुल्क भी बढ़ेगा। शहर में बुनियादी ढांचे के विकास के कारण सर्किल रेट में वृद्धि का प्रस्ताव है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। नए सर्किल रेट से किसानों की किस्मत चमकेगी तो वहीं राजस्व में जबरदस्त वृद्धि भी होगी। शहर के आसपास झलवा से लेकर भगवतपुर ब्लाक के सभी गांवों तथा नैनी, झूंसी और फाफामऊ के किसानों की जमीन के दाम बढ़ जाएंगे। इन क्षेत्रों की जमीन अब मुख्य शहर के मोहल्लों को टक्कर देगी।
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नया सर्किल रेट आपत्तियों के निस्तारण की अंतिम तिथि 19 अगस्त के बाद लागू किया जा सकता है। आपत्तियों का निस्तारण सोमवार से होगा, जिसमें संबंधित एसडीएम व उप निबंधक भी शामिल किए जाएंगे। आपत्ति करने वालों की व्यक्तिगत सुनवाई भी हो सकती है।
जुलाई के अंतिम सप्ताह में जनपद में नए सर्किल रेट के लिए प्रस्ताव जारी हुआ था, जिसको लेकर पहले 31 जुलाई और फिर 14 अगस्त तक आपत्ति लेने की तिथि निर्धारित की गई। गुरुवार को आपत्ति के अंतिम दिन भी कई लोगों ने आपत्तियां लगाईं। इसके पहले भी काफी संख्या में लोगों ने आपत्तियां दी थीं। इनमें सबसे ज्यादा बिल्डर शामिल हैं।
फ्लैट के सर्किल रेट से लेकर निर्धारण के तरीकों पर भी बिल्डरों ने आपत्ति दर्ज कराई है। दरअसल, सिविल लाइंस क्षेत्र व अशोक नगर क्षेत्र में नए सर्किल रेट के लागू होने पर अब टू-बीएचके फ्लैट पर सात से आठ लाख रुपये तो थ्री-बीएचके फ्लैट पर 13 से 14 लाख रुपये स्टांप शुल्क देना पड़ सकता है।
शहर के अन्य क्षेत्रों में भी टू-बीएचके और थ्री-बीएचके फ्लैट के लिए पांच से छह व 11-12 लाख रुपये स्टांप शुल्क देना पड़ेगा। इसी तरह जमीन का सर्किल रेट बढ़ने से सिविल लाइंस, अशोक नगर, जार्ज टाउन, टैगोर टाउन जैसे पाश इलाके में 100 वर्ग गज जमीन खरीदने पर सात-आठ लाख रुपये स्टांप शुल्क देना होगा।
दरअसल, इन पाश इलाकों में 30 से 40 प्रतिशत सर्किल रेट बढ़ाने का प्रस्ताव स्टांप व निबंधन विभाग हुआ है। इसके अलावा शहर के अन्य हिस्सों मम्फोर्डगंज, अल्लापुर, प्रीतम नगर, कालिंदीपुरम, बैरहना, अलोपीबाग, तेलियरगंज, राजापुर, कर्नलंगज, चर्चलेन, सलोरी, बघाड़ा, कीडगंज, मुट्ठीगंज, मीरापुर, करेली, खुल्दाबाद क्षेत्र में 25 से 35 प्रतिशत सर्किल रेट बढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया है।
नैनी, झूंसी व फाफामऊ के विस्तारित क्षेत्र में भी 25 से 35 फीसद तक सर्किल रेट में वृद्धि का प्रस्ताव है। ऐसे में इन क्षेत्रों के किसानों की जमीन के मूल्य बढ़ जाएंगे। बारा, करछना, मेजा, कोरांव, फूलपुर, सोरांव व हंडिया तहसील क्षेत्र में भी पांच से लेकर 25 प्रतिशत तक सर्किल रेट बढ़ाया गया है।
बुनियादी ढांचे के विकास व सुविधाओं से बढ़ा सर्किल रेट
कई लोगों ने यह भी आपत्ति दर्ज कराई है कि लखनऊ और नोएडा व गाजियाबाद जैसी सुविधाएं नहीं हैं, फिर इन शहरों के बराबर या आसपास सर्किल रेट नहीं बढ़ना चाहिए। इस पर अधिकारियों का कहना है कि शहर में बुनियादी ढांचे का विकास हुआ है, सुविधाएं भी बढ़ाई गई हैं।
सलोरी, बघाड़ा व गोविंदपुर क्षेत्र के लिए तीन रेलवे ओवरब्रिज, रेलवे अंडरब्रिज के साथ ही सड़कों का चौड़ीकरण हुआ है। पार्कों का सौंदर्यीकरण के साथ ही अन्य सार्वजनिक स्थलों का जीर्णोद्धार हुआ है। इसी तरह झलवा कालिंदीपुरम क्षेत्र के लिए रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण हो चुका है।
वर्ष 2023 के बाद सर्किल रेट बढ़ाने प्रस्ताव है। नए सर्किल रेट को लेकर गुरुवार तक आपत्तियां ली गई हैं। अब इन आपत्तियों का निस्तारण 16 से 19 अगस्त तक होगा, जिसके बाद डीएम नए सर्किल रेट को मंजूरी देंगे। -राकेश चंद्रा, एआइजी स्टांप
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